मोहनदास करमचन्द गाँधी sentence in Hindi
pronunciation: [ mohendaas kermechend gaaanedhi ]
Examples
- 1915 तक अंग्रेजों का विरोध बहुत बढ़ चुका था, इन्ही दिनों राष्ट्रवादियों का आन्दोलन तोड़ने के लिए अंग्रेजों का कुटिल समर्थक गन्धासुर (मोहनदास करमचन्द गाँधी) 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत बुलाया गया।
- राष्ट्रपिता के रूप में सम्मानित, बेलगाम काँग्रेस अधिवेशन (1924) के अध्यक्ष रहे गौतम बुद्ध और महावीर स्वामी के अहिंसा के विश्वव्यापी दर्शन को राजनीति की प्रयोगशाला में ले जाने वाले मोहनदास करमचन्द गाँधी का जन्म पोरबंदर गुजरात में हुआ।
- वही लाहौर आ रहा है, जिसके बारे में मोहनदास करमचन्द गाँधी ने सलाह दी थी कि अगर यह शहर मरता है तो इसके साथ तुम लोग भी मर जाओ, लेकिन अपने बाप-दादा की जमीन छोड़कर मत जाओ।
- राष्ट्रपिता के रूप में सम्मानित, बेलगाम काँग्रेस अधिवेशन (1924) के अध्यक्ष रहे गौतम बुद्ध और महावीर स्वामी के अहिंसा के विश्वव्यापी दर्शन को राजनीति की प्रयोगशाला में ले जाने वाले मोहनदास करमचन्द गाँधी का जन्म पोरबंदर गुजरात में हुआ।
- मोहनदास करमचन्द गाँधी अपनी घड़ी अपनी कमर में कसकर उनके लिए लड़ते थे जिनके पास घड़ी नहीं थी और जब मारे गये वे उनकी घड़ी बिगाड़ दी उनके चेलों-चपाटों ने कहना कठिन है अब उनकी घड़ी कहाँ है और कौन-कौन पुर्ज़े ठीक हैं उसके
- मोहनदास करमचन्द गाँधी अपनी घड़ी अपनी कमर में कसकर उनके लिए लड़ते थे जिनके पास घड़ी नहीं थी और जब मारे गये वे उनकी घड़ी बिगाड़ दी उनके चेलों-चपाटों ने कहना कठिन है अब उनकी घड़ी कहाँ है और कौन-कौन पुर्ज़े ठीक हैं उसके
- नेहरू को पता चला तो वे बहुत लाल-पीले हुए, लेकिन अब क्या किया जा सकता था...जब यह खबर मोहनदास करमचन्द गाँधी को मिली तो उन्होंने ताबडतोड नेहरू को बुलाकर समझाया, राजनैतिक छवि की खातिर फ़िरोज को मनाया कि वह अपना नाम गाँधी रख ले..
- उनके पिता श्री अघोरनाथ चट्टोपाध्याय एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे Wed, 13 Feb 2008 07:14:07 GMT http://hindi.webdunia.com/miscellaneous/kidsworld/prompterpersonality/0802/13/1080213033_1.htm राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी http://hindi.webdunia.com/miscellaneous/kidsworld/prompterpersonality/0801/30/1080130002_1.htm राष्ट्रपिता के रूप में सम्मानित, बेलगाम काँग्रेस अधिवेशन (1924) के अध्यक्ष रहे गौतम बुद्ध और महावीर स्वामी के अहिंसा के विश्वव्यापी दर्शन को राजनीति की प्रयोगशाला में ले जाने वाले मोहनदास करमचन्द गाँधी का जन्म पोरबंदर गुजरात में हुआ।