मानसिक सामर्थ्य sentence in Hindi
pronunciation: [ maanesik saamerthey ]
"मानसिक सामर्थ्य" meaning in English
Examples
- विडंबना है कि दिनानुदिन जटिल होते जीवन चक्र के मध्य जितनी मात्रा में हमारे मानसिक सामर्थ्य का ह्रास / खपत हो रहा है, उतनी मात्रा में न तो पौष्टिक शारीरिक आहार जुटा पाने में हम सक्षम हो पा रहे हैं और न ही स्वस्थ मानसिक आहार..
- इस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में मनोवैज्ञानिकों ने एक प्रयोग किया गया था और पाया कि अगर दिन में कम से कम 10 मिनट लोगों के साथ बतियाने में गुजारे जाएं तो आप की यादाश्त और दूसरी मानसिक शक्तियां / मानसिक सामर्थ्य बड़ता है।
- विडंबना है कि दिनानुदिन जटिल होते जीवन चक्र के मध्य जितनी मात्रा में हमारे मानसिक सामर्थ्य का ह्रास / खपत हो रहा है, उतनी मात्रा में न तो पौष्टिक शारीरिक आहार जुटा पाने में हम सक्षम हो पा रहे हैं और न ही स्वस्थ मानसिक आहा र..
- उदाहरण के लिए, तीस साल से अधिक के बेहद सफल जादूगर उड़ी गेलर ने 1970 में टेलीविजन पर अपने पहले चम्मच मोड़ने के मानसिक सामर्थ्य का प्रदर्शन किया, उनके इस कार्य ने कुछ जादूगरों के मध्य विवाद भड़काने का कार्य किया, क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि वह अपने प्रदर्शनों में हाथ की सफाई नहीं दिखाते थे.
- उदाहरण के लिए, तीस साल से अधिक के बेहद सफल जादूगर उड़ी गेलर ने 1970 में टेलीविजन पर अपने पहले चम्मच मोड़ने के मानसिक सामर्थ्य का प्रदर्शन किया, उनके इस कार्य ने कुछ जादूगरों के मध्य विवाद भड़काने का कार्य किया, क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि वह अपने प्रदर्शनों में हाथ की सफाई नहीं दिखाते थे.
- क्या किसी व्यक्ति का वातावरण एवम् स्थान उचित है, क्या उसे उसके कार्य से संतुष्टि है या नहीं, क्या उससे वरिष्ठ लोग उसेअच्छी तरह से समझते हैं, क्या उसका संबंध अपने कनिष्ठों से अच्छा है, क्या उसके शारीरिक या मानसिक सामर्थ्य पर अतिरिक्त भार है, ये सारेप्रश्न अति महत्वपूर्ण हैं, जिनका संबंध मनुष्य के शारीरिक तथा मानसिकस्वास्थ्य के साथ है.
- उदाहरण के लिए, तीस साल से अधिक के बेहद सफल जादूगर उड़ी गेलर ने 1970 में टेलीविजन पर अपने पहले चम्मच मोड़ने के मानसिक सामर्थ्य का प्रदर्शन किया, उनके इस कार्य ने कुछ जादूगरों के मध्य विवाद भड़काने का कार्य किया, क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि वह अपने प्रदर्शनों में हाथ की सफाई नहीं दिखाते थे.
- और जैसे दूषित भोजन शारीरिक अस्वस्थता का कारण होता है, वैसे ही विभिन्न दृश्य श्रव्य माध्यमों से ग्रहण की गयी दूषित/नकारात्मक सोच विचार हमारे मानसिक अस्वस्थता का हेतु बनती है...विडंबना है कि दिनानुदिन जटिल होते जीवन चक्र के मध्य जितनी मात्रा में हमारे मानसिक सामर्थ्य का ह्रास/खपत हो रहा है, उतनी मात्रा में न तो पौष्टिक शारीरिक आहार जुटा पाने में हम सक्षम हो पा रहे हैं और न ही स्वस्थ मानसिक आहार..