मानव मुख sentence in Hindi
pronunciation: [ maanev mukh ]
Examples
- जानकारों के मुताबिक प्रारंभ में रांची समेत पंजाब के तमाम शहरों में रावण का मुखौटा गधे का होता था, पर 1953 के बाद मुखौटा मानव मुख का बनने लगा।
- भाषा मूलतः ध्वनि-संकेतों की एक व्यवस्था है, यह मानव मुख से निकली अभिव्यक्ति है, यह विचारों के आदान-प्रदान का एक सामाजिक साधन है और इसके शब्दों के अर्थ प्रायः रूढ़ होते हैं।
- हिन्दी व्याकरण जानिए भाषा, व्याकरण और बोली कोभाषा मूलतः ध्वनि-संकेतों की एक व्यवस्था है, यह मानव मुख से निकली अभिव्यक्ति है, यह विचारों के आदान-प्रदान का एक सामाजिक साधन है और इसके शब्दों के अर्थ...
- इन ग्यारह मुखों में कपि मुख, भैरव मुख, अग्नि मुख, ह्रयग्रीव मुख, वाराह मुख, नाग मुख, रुद्र मुख, नृसिंह मुख, गज मुख एवं सौम्य मानव मुख हैं।
- भाषा क्या है? भाषा मूलतः ध्वनि-संकेतों की एक व्यवस्था है, यह मानव मुख से निकली अभिव्यक्ति है, यह विचारों के आदान-प्रदान का एक सामाजिक साधन है और इसके शब्दों के अर्थ प्रायः रूढ़ होते हैं।
- मैंने जब बताया कि कवर्ग से लेकर पवर्ग और अन्य स्वरों व अक्षरों की रचना इस आधार पर है कि मानव मुख से निकलने वाली हर संभव आवाज़ को अलग सा बोला व लिखा जा सके-तो यह जानकारी उनके लिए भी नई थी।