बिजली की घंटी sentence in Hindi
pronunciation: [ bijeli ki ghenti ]
"बिजली की घंटी" meaning in English
Examples
- बाहर के दरवाजे की चौखट पर ऊपर की ओर बिजली की घंटी का काले प्लास्टिक का गोल बटन धूप में साफ चमकता था।
- बाहर के दरवाजे की चौखट पर ऊपर की ओर बिजली की घंटी का काले प्लास्टिक का गोल बटन धूप में साफ चमकता था।
- बाहर के दरवाजे की चौखट पर ऊपर की ओर बिजली की घंटी का काले प्लास्टिक का गोल बटन धूप में साफ चमकता था।
- उनके घर में बिजली की घंटी भी निकाल दी गयी है और रात को यदा कदा कुत्तों का भौकना बड़ा नागवार गुजरता है.
- उनके घर में बिजली की घंटी भी निकाल दी गयी है और रात को यदा कदा कुत्तों का भौकना बड़ा नागवार गुजरता है.
- इस दरम्यान काफ़ी परेशान लग रहे एक व्यक्ति को अपने कमरे में बिजली की घंटी का बटन मिल जाता है और वह बिना रुके उसे बजाना शुरू कर देता है.
- बिजली की घंटी में, टेलीग्राफ और टेलीफोन में विद्युत्-चुंबक का व्यवहार होता है, क्योंकि विद्युत्-चुंबक की यह विशेषता है कि उसमें विद्युत् धारा बहते ही वह चुंबकित हो जाता है और विद्युत् धारा के बंद होते ही विचुंबकित, तथा उसका चुंबकत्व, एक निश्चित सीमा के अंदर, उस विद्युत् चुंबक पर लपेटे तार में बहती हुई धारा का अनुपाती होता है।
- बिजली की घंटी में, टेलीग्राफ और टेलीफोन में विद्युत्-चुंबक का व्यवहार होता है, क्योंकि विद्युत्-चुंबक की यह विशेषता है कि उसमें विद्युत् धारा बहते ही वह चुंबकित हो जाता है और विद्युत् धारा के बंद होते ही विचुंबकित, तथा उसका चुंबकत्व, एक निश्चित सीमा के अंदर, उस विद्युत् चुंबक पर लपेटे तार में बहती हुई धारा का अनुपाती होता है।
- मिसाल के तौर पर एक बंद फ़ानूस के अंदर बिजली की घंटी रख कर बजाई जाए तो उसकी आवाज़ साफ़ सुनाई देगी, लेकिन अगर फ़ानूस के अंदर की पूरी हवा निकाल दी जाए और उसके बाद घंटी बजाई जाए तो आप शीशे के अंदर घंटी को बजता हुआ देखेंगे, पर उसकी आवाज़ बिल्कुल भी न सुन सकेंगे, क्योंकि घंटी के बजने से जो कंपन पैदा होता है, उसको ग्रहण करके आपके कानों तक पहुंचाने के लिए, फ़ानूस के अंदर हवा मौजूद नहीं है।
- मिसाल के तौर पर एक बंद फ़ानूस के अंदर बिजली की घंटी रख कर बजाई जाए तो उसकी आवाज़ साफ़ सुनाई देगी, लेकिन अगर फ़ानूस के अंदर की पूरी हवा निकाल दी जाए और उसके बाद घंटी बजाई जाए तो आप शीशे के अंदर घंटी को बजता हुआ देखेंगे, पर उसकी आवाज़ बिल्कुल भी न सुन सकेंगे, क्योंकि घंटी के बजने से जो कंपन पैदा होता है, उसको ग्रहण करके आपके कानों तक पहुंचाने के लिए, फ़ानूस के अंदर हवा मौजूद नहीं है।