फजलुल हक sentence in Hindi
pronunciation: [ fejlul hek ]
Examples
- आज भी आप कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला या मुफ्ती मोहम्मद सईद से कोई भी रिपोर्ट मुस्लिम समस्या पर लिखाएं, आप उनकी भाषा फजलुल हक की भाषा से अलग नहीं पाएंगे।
- लेकिन, जब कोलकाता में अगस्त में हुए कांग्रेस के विशेष अधिवेशन में न्यायालयों, स्कूलों, कॉलेजों आदि का बहिष्कार करने के 'असहयोग-प्रस्ताव' को स्वीकार कर लिया गया तो फजलुल हक ने इस नीति का समर्थन नहीं किया.
- इस अवसर पर बब्बन प्रसाद तथा फजलुल हक अन्सारी सहित मोहिबुल्लाह, राजेश शर्मा, राधेश्याम, पूनम देवी, विन्दु सिंह, विभा शर्मा, विनीत कुमार सिंह, सुनीता सिंह तथा गिरिजा देवी आदि उपस्थित रहे।
- बांग् लादेश के ख् यात इस् लामिक स् कॉलर मुफ्ती फजलुल हक अमिनी ने कहा कि यदि हिना और बिलावल के इश् क की खबरों में सच् चाई है तो इस् लामिक कानून के तहत यह स् वीकार्य नहीं है.
- िसंघ में अल्लाह बख्श, जीएम सैयद, गुलाम हुसैन पंजाब में फजले हुसैन, मुहम्मद शफी और सिकंदर हयात खां, बंगाल में फजलुल हक और हुसैन शहीद सुहरावर्दी जैसे महत्वपूर्ण मुसलमान नेता अभी भी जिन्ना के नेतृत्व को मानने के लिए तैयार नहीं थे.
- बांग्लादेश के एक समाचार पत्र के मुताबिक इस्लामिक यूनिटी मूवमेंट के नेता और मुफ्ती फजलुल हक अमीनी ने कहा कि अगर बिलावल बाई सेक्सुअल हैं और वह शराब पीते हैं तो उन्हें किसी मुस्लिम राष्ट्र का प्रमुख होने का कोई अधिकार नहीं है।
- उसने पूर्ण स्वाधीनता के सिध्दान्त को स्वीकार किया, बड़े पैमाने पर आम सदस्यों की भर्ती की तथा पंजाब के मुख्यमन्त्री और यूनियनिस्ट नेता सिकन्दर हयात खान और बंगाल के मुख्यमन्त्री और कृषक प्रजा पार्टी के नेता फजलुल हक को भी साथ लेने में सफल रही।
- अब भी अगले कुछ वर्षों में हम पूरे असम को मुस्लिमबहुल बना सकते हैं ' फजलुल हक, सुहरावर्दी तथा मौलाना मसानी ने पूर्वी पाकिस्तान के मुसलमानों को असम व बिहार में घुसपैठ कर बसने की अपील की थी, जिससे इन्हें मुस्लिमबहुल क्षेत्र बनाया जा सके।
- बंगाल में मतुआ समर्थन से फजलुल हक की अगुवाई में जो अंतरिम सरकार बनी, प्रजा कृषक पार्टी की, उसका भी एजंडा भूमि सुधार था, जिसे उस मंत्रिमंडल में शामिल भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक ने विफल कर दिया जो भारत विभाजन की नींव बन गया।
- इस पर भी कतई ध्यान नहीं दिया गया कि बंगाल में कृषक प्रजा समाज पार्टी और किसान नेता फजलुल हक के फेल हो जाने के बाद ही हिंदुत्व व मुस्लिम लीग की राजनीति के आधार पर भारत का दो राष्ट्र के सिद्धांत के आधार पर ध्रुवीकरण और विभाजन संभव हुआ।