पराग प्रकाशन sentence in Hindi
pronunciation: [ peraaga perkaashen ]
Examples
- -सन्दर्भ १. आहत हैं वन-कुमार रवीन्द्र-पृ-२ ५-१ ९ ८ ४ पराग प्रकाशन दिल्ली २.
- व्यावसायिक दृष्टि से देखें तो पराग प्रकाशन का डूबना वैसा ही है जैसा व्यावसायिक कूटदृष्टि से हीन किसी भी संस्थान का डूबना होता है।
- आप लोग मिलने आ गये, यह बहुत बड़ी बात है…कौन आता है!…नरेन्द्र कोहली कहते थे कि मेरा नाम पराग प्रकाशन की देन है, लेकिन अब वे भी…।
- यात्रा में साथ साथ सम्पादक-देवेन्द्र शर्मा ' इन्द्र ‘ पृ. ४ ३-१ ९ ८ ४ पराग प्रकाशन दिल्ली १ ०. पाँच जोड़ बाँसुरी-सम्पादक-चन्द्रदेव सिंह पृ. ५ ६
- श्रीकृष्ण जी के जाने की जितनी पीड़ा मुझ जैसे कुछ उन लेखकों को हुई होगी जो पराग प्रकाशन (बाद में अभिरुचि) से जुड़े हुए थे, उससे कितने ही गुना अधिक पीड़ा लल्ला जी को हुई होगी.
- ये हैं-नागार्जुन, भगवतीचरण वर्मा, विष्णु प्रभाकर, कमलेश्वर, शिवप्रसाद सिंह, शैलेश मटियानी, रमाकांत, कन्हैयालाल नन्दन, लक्ष्मीनारायण लाल, रमेश बतरा, प्रकाशक श्रीकृष्ण (पराग प्रकाशन), रत्नलाल शर्मा, शिवतोष दास और राष्ट्रबन्धु.
- ऐसे माहौल में लेकिन कितने लेखकों, पत्रकारों, प्रकाशकों और पुस्तक व्यवसायियों को आज पता है कि अमृता प्रीतम की ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त कृति ‘रसीदी टिकट ' की रूपसज्जा आदि के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित, पराग प्रकाशन को समग्र स्तरीयता प्रदान करने वाले तथा बाल नाटककार के रूप में विभिन्न राज्यों की साहित्यिक संस्थाओं द्वारा अनेक बार पुरस्कृत श्रीकृष्ण आज कहाँ हैं और किस हालत में हैं?