नागभट्ट द्वितीय sentence in Hindi
pronunciation: [ naagabhett devitiy ]
Examples
- इस वंश का सबसे प्रतापी राजा भोज प्रथम था, जो कि मिहिरभोज के नाम से भी जाना जाता है और जो नागभट्ट द्वितीय का पौत्र था।
- उसके प्रारम्भिक जीवन के बारे में हमें पता इसलिए नहीं है क्योंकि नागभट्ट द्वितीय तथा राष्ट्रकूट शासक गोपाल तृतीय से पराजित होने के बाद प्रतिहार साम्राज्य का लगभग विघटन हो गया था।
- गुर्जर · गुर्जर प्रतिहार वंश · गुर्जर प्रतिहार साम्राज्य · आदिवराह · देवपाल (प्रतिहार वंश) · नागभट्ट प्रथम · नागभट्ट द्वितीय · भोज · भोज द्वितीय · महिपाल · महेन्द्र पाल · वत्सराज
- इस वंश में प्रमुख शासक कक्कुक देवराज, वत्सराज, नागभट्ट द्वितीय, रामभद्र, भोज (इस वंश का वास्तविक प्रतापी शासक भोज ही कहा जाता है, इसका शासनकाल 836 ई. से 885 ई.
- इसमें बताया गया है कि नागभट्ट द्वितीय ने मालवा तथा मध्य भारत के कुछ हिस्सों पर विजय प्राप्त की तथा ' तुरुष्क तथा सैन्धव' को पराजित किया जो शायद सिंध में अरब शासक और उनके तुर्की सिपाही थे।
- की शुरुआत में, गुजॅर प्रतिहार राजा नागभट्ट द्वितीय ने अयोध्या से कन्नौज शासन को उखाड़ फेंका और यह शहर उनके नये बनते शासन का राजधानी बना, जो राजा महीरा भोज 1 (836-885 ई.) के समय मे बहुत ऊचाई पर था ।
- ९ वीं शताब्दी ई. की शुरुआत में, गुजॅर प्रतिहार राजा नागभट्ट द्वितीय ने अयोध्या से कन्नौज शासन को उखाड़ फेंका और यह शहर उनके नये बनते शासन का राजधानी बना, जो राजा महीरा भोज १ (८३६-८८५ ई.) के समय मे बहुत ऊचाई पर था ।
- ९ वीं शताब्दी ई. की शुरुआत में, गुजॅर प्रतिहार राजा नागभट्ट द्वितीय ने अयोध्या से कन्नौज शासन को उखाड़ फेंका और यह शहर उनके नये बनते शासन का राजधानी बना, जो राजा महीरा भोज १ (८३६-८८५ ई.) के समय मे बहुत ऊचाई पर था ।