तैत्तिरीय आरण्यक sentence in Hindi
pronunciation: [ taitetiriy aarenyek ]
Examples
- इनमें कुछ ऐतिहासिक तथ्य भी हैं, जैसे-तैत्तिरीय आरण्यक में कुरू, पंचाल, काशी, विदेह आदि महाजनपदों का उल्लेख है।
- तैत्तिरीय आरण्यक और शतपथ ब्राह्मण ग्रन्थों के अलावा यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद में भी ‘ नराशंस ' का उल्लेख किया गया है।
- तैत्तिरीय आरण्यक में वर्णित इसके भौगोलिक रूप को देखने पर पता चलता है कि यह क्षेत्र सरस्वती, दृषद्वती, आपगा से परिबद्ध था।
- तैत्तिरीय आरण्यक में वर्णित इसके भौगोलिक रूप को देखने पर पता चलता है कि यह क्षेत्र सरस्वती, दृषद्वती, आपगा से परिबद्ध था।
- जब तैत्तिरीय आरण्यक की रचना हुई, उस समय मनीषियों की नगरी अयोध्या एवं उसकी संस्कृति (अगर यह थी तो) को लोग पूर्णत: भूल गये थे।
- आरण्यक साहित्य ' के प्रसिद्ध नाम से जानते हैं और ऐतरेय आरण्यक, तैत्तिरीय आरण्यक, बृहदाण्यकोपनिषद् जैसे विख्यात दार्शनिक ग्रन्थ आरण्यक साहित्य ही हैं।
- शतपथ ब्राह्मण एवं तैत्तिरीय आरण्यक [220] ने आगे कहा है कि वह आह्विक यज्ञ जिसमें पितरों को स्वधा (भोजन) एवं जल दिया जाता है, पितृयज्ञ कहलाता है।
- [6] तैत्तिरीय आरण्यक [7] में गाथा आयी है कि देवों ने एक सत्र किया और उसके लिए कुरुक्षेत्र वेदी के रूप में था।
- प्रो. लाल का कहना है कि अयोध्या शब्द न केवल तैत्तिरीय आरण्यक में है, बल्कि इसका उल्लेख अथर्ववेद [82] में भी मिलता है।
- पाणिनि के पूर्व भी तैत्तिरीय आरण्यक में विष्णु गायत्री में विष्णु, नारायण और वासुदेव की एकता दर्शायी गयी है-'नारायणाय विद्मेह वायुदेवाय धीमहि तन्नों विष्णु प्रचोदयात्'।