जारती sentence in Hindi
pronunciation: [ jaareti ]
Examples
- श्वेत पुष्प माला मातु कंठ में सुशोभित है, मोतिन की माला कर कंज में सुहावती ॥ श्वेत कंज आसन पर शोभित हो दयामयी, श्वेत कंज हाथ लिये दास दुख जारती ।
- भगवान मूल नारायण तब जारती (लोती) से आगे चलते है और एक सुंदर जगह शिखर मे अपनी बुवा नंदा देवी के साथ इस अन्त्यंत रमणीय स्थल पर पहुचते है, जहाँ पर भगवान मूल नारायण का निवास स्थान बन जाता है!
- खासतौर से जारती जहाँ की पूरे तरह से मेहता लोग ही रहते है, यहाँ पर पौष के महीने मे ९ दिनों तक मन्दिर मे पूजा करते है और दसवे दिन को कुमिन (भुजिया) की बली देकर इस नौ रात्रि के समापन विधि पूर्वक करते है!
- काफी चडाई चड़ने के बाद अचानक पहाड़ में एक मैदानी भाग शुरू हो जाता है जहाँ पर बांज के पेडो के बीच स्थित है भगवान् मूल नारायण का मंदिर! बागेश्वर जिले में भगवान् मूल नारायण का मंदिर बन्लेख एव शिखर के बाद जारती लोती में प्रमुख मंदिर है!
- हम लोग एक लम्बे समय से इस गाव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए संघर्रत है एक सड़क मार्ग जो कपकोट विकासखंड के असो नामक स्थान से जारती गाव तक भारत सरकार से प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत स्वीकृत है लेकिन ६ वर्षो तक यह रोड केवल पपरो में स्वीकृत है!
- क्योकि मै इसी गाव का निवासी हूँ मैंने अपने बुजुर्गो के श्री १ ०० ८ मूल नारायण जी कथा सुनी है और यहाँ लगने वाले हर वर्ष मेले मे जाया करता था! जारती गाव काफ़ी ऊँचाई पर है यहाँ के पिथौरागढ़ और ऊपर चोटी से सारा गडवाल, हिमालय कि ऊँची-२ श्रन्ख्लाये दिखायी पड़ती है!
- इस जगह पर मूल नारायण जी ने जारती वासियों के कहा कि उनके गणों के लिए भोजन के व्यवस्था कर दी जाय तो बहुत अच्छा होगा! लेकिन गणों के लिए विशेष कुमिन (भुजिया) का भोजन तैयार किया गया और गानों को खिलाया गया! लेकिन मौना बालक पेट के बल सोकर नाराज हो गए और कहने लगे आप लोगो ने तो भोजन कर दिया लेकिन मे तो भूखा हूँ! इसी कहा जाता है कि मूल नारायण भगवान के पेट के बल सोने के कारण यहाँ पर केवल चंदन का टीका लगता है!