जयद्रथ-वध sentence in Hindi
pronunciation: [ jeyderth-vedh ]
Examples
- सूर्यास्त से पहले न जो मैं कल जयद्रथ-वध करूँ, तो शपथ करता हूँ स्वयं मैं ही अनल में जल मरूँ।
- गुप्त जी की प्रसिद्ध काव्य-रचनाएँ-साकेत, यशोधरा, द्वापर, सिद्धराज, पंचवटी, जयद्रथ-वध, भारत-भारती, आदि हैं ।
- मैथिलीशरण गुप्त के जयद्रथ-वध और भारत-भारती का नाम तो इतना अधिक लिया गया है कि उसका उल्लेख करते भी झिझक होती है।
- मैथलीशरणगुप्त ने जयद्रथ-वध खंड काव्य में सच ही कहा है-निज शत्र का साहस कभी बढ़ने न देना चाहिए बदला समर में बैरियों से शीघ्र लेना चाहिए।
- मैथलीशरणगुप्त ने जयद्रथ-वध खंड काव्य में सच ही कहा है-निज शत्र का साहस कभी बढ़ने न देना चाहिए बदला समर में बैरियों से शीघ्र लेना चाहिए।
- इनकी मुख्य काव्य-कृतियां हैं-' भारत-भारती, ' साकेत, ' यशोधरा, ' कुणाल-गीत, ' जयद्रथ-वध, ' द्वापर, ' पंचवटी तथा ' जय भारत।
- सीता खेत की सिरोर (हल-रेखा) का नाम था, इसका समर्थन महाभारत से भी होता है, जहां द्रोणपर्व जयद्रथ-वध के अन्तर्गत ध्वजवर्णन नामक अध्याय में (७.
- प्रस्तुत पुस्तक में गुप्तजी के विपुल काव्य संसार से ११ सुंदर कृतियों पर ही आलोचक ने अपने को केन्द्रित किया है जिनमें जयद्रथ-वध, पंचवटी, साकेत, यशोधरा, भारत-भारती, विष्णुप्रिया और द्वापर प्रमुख हैं।