चायखाने sentence in Hindi
pronunciation: [ chaayekhaan ]
Examples
- सड़क के इर्दगिर्द के गांव लापता हो चुके थे और उनकी जगह विश्रामगृह, रेस्तरां, सिनेमाघर और बीसियों चायखाने बन गए थे जहां सप्ताहांत में पर्यटक आनंद उठा सकें।
- सड़क के इर्दगिर्द के गांव लापता हो चुके थे और उनकी जगह विश्रामगृह, रेस्तरां, सिनेमाघर और बीसियों चायखाने बन गए थे जहां सप्ताहांत में पर्यटक आनंद उठा सकें।
- प्रसिद्ध चायखाने हैं सिकन्दराबाद में अल्फा (स्पष्ट तौर पर यह चाय की प्रतिदिन २, ००, ००० प्यालियां पेश करता है), चारमीनार इलाके में शादाब और मदीना के अलावा आबिद्स में ग्रैंड।
- पर जब वे बिना टोकाटाकी के अकेली टहलना या किसी एकांत कोने में बैठना चाहती हों, तो पार्क, बीच या चायखाने सरीखे शहरी सार्वजनिक स्थल उनके लिए अकसर निरापद नहीं साबित होते।
- हैदराबाद और सिकन्दराबाद के युगल शहरों में ईरानी चायखाने प्रायः कदम-कदम पर हैं, पक्के तौर पर इनमें से ज्यादातर में चरमराती मेज़ें और कंजूस मालिक हैं जो पंखे भी नहीं चलाना चाहते।
- उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यह बात चायखाने की चर्चा का विषय है कि गेंहूँ की कम्बाइन से कटाई पर जिलाधिकारी (डीएम) ने रोक लगा दी है, ताकि भूसे की उपलब्धता बढ़ाई जा सके।
- जिस ओर भी उठती है मेरी निगाह सड़कें, रेलें, बसें, चायखाने और फुटपाथ लड़के और लड़कियों से भरे हुए वे बातें करते रहते हैं कई भाषाओं में बोलते हैं कई तरह के संवाद
- उत्तर प्रदेश के कई जिलों में यह बात चायखाने की चर्चा का विषय है कि गेंहूँ की कम्बाइन से कटाई पर जिलाधिकारी (डीएम) ने रोक लगा दी है, ताकि भूसे की उपलब्धता बढ़ाई जा सके।
- फिर क्या था विभूति केबिन चायखाने में उनकी टेबिल के आसपास में अक्सर नज़र आने लगा जहां वे अपने कुछ और दोस्तों के साथ अक्सर बैठते थे और उन दिनों सभी कलाओं में उत्तर आधुनिकता पर सोच विचार कर रहे थे और उसकी दिशा प्रशस्त करने में लगे थे।
- इलाहाबाद शहर का अपना अलग अंदाज, अलग मिजाज़ है...इस शहर के बाशिंदो के लिए बैठकी करना टाइम पास नहीं बल्कि उनकी ज़िंदगी का हिस्सा है...इस बैठकी में चाय का साथ हो तो क्या कहने...फिर आइये चायखाने चलते हैं...इन बैठकियों में खालिस बकैती भी होती है और विचारों की नई धाराएं भी बहती हैं...साथ ही समकालीन समाज के सरोकारों और विकारों पर सार्थक बहस भी होती है...आपका भी स्वागत है इस बैठकी में...आइये गरमा-गरम चाय के साथ कुछ बतकही हो जाए...