किलकिल sentence in Hindi
pronunciation: [ kilekil ]
Examples
- एक सप्ताह भी न गुज़रने पाया था कि और अभी सुचित से बैठने भी न पाये थे कि फिर यही दॉँत किलकिल शुरु हो गयी।
- दीदी की बात को अनसुनी करते हुए मां ने सारिका से पूछा-लेकिन तुमने उसे मना क्यों कर दिया? मां, उनका बॉस छुट्टी के लिए बहुत किलकिल कर रहा था।
- न स् कूटर की सर्विसिंग का झंझट, न नीमा को हर शनिवार सब् जी हाट ले जाने की किलकिल, न आते-जाते शक् कर, दाल, चावल खरीदने का टंटा।
- दूर गुज़रती ट्रेन की सीटी ने भागते मन को हाथ देकर डब्बे में चढ़ा लिया था..... मैं सारे बच्चों से बहुत दूर थी... “ आज इसे क्या हुआ... ”” एई मन.... मानसिंह डाकू तुझे क्या हुआ... चल पेड़ पर चढ़ें.... ” सितौलिया? “ ” किलकिल काँटे? ”
- पुराना किला के पास रंगबिरंगे पैडल बोट्स पर जोडे, परिवार, बच्चों की किलकिल खिलखिल, किनारे सडक की गुमटी पर मूंग की बडियाँ और प्याज़ की पकौडी, आह! कैसी तेज़ तीखी मिर्च की बहती हुई चटनी के साथ, जीभ पर सिसकारी और पसीने की बहती धार, कनपटी से होकर ।
- अभी जो प्रियंकरजी किलकिल च पुलकित कोलगेटिया मुस्कान मारते हुये आपकी तरफ़ निहारते हुये मुस्कराने और खिलखिलाने के पुल पर खड़े हैं वे ही प्रियंकरजी जहां प्रत्यक्षाजी की जेंटेलमैन वाली बात पर सवाल उठते देखेंगे वे फ़ौरन से पेश्तर एक लम्बीईईईईईईईईईईई सी टिप्पणी ठेल देंगे बताते हुये कि अमिधा, लक्षणा,व्यंजना, आनुनासिक-सानुनासिक हिसाब से सुकुल का एतराज खारिज किया जाता है।
- अभी जो प्रियंकरजी किलकिल च पुलकित कोलगेटिया मुस्कान मारते हुये आपकी तरफ़ निहारते हुये मुस्कराने और खिलखिलाने के पुल पर खड़े हैं वे ही प्रियंकरजी जहां प्रत्यक्षाजी की जेंटेलमैन वाली बात पर सवाल उठते देखेंगे वे फ़ौरन से पेश्तर एक लम्बीईईईईईईईईईईई सी टिप्पणी ठेल देंगे बताते हुये कि अमिधा, लक्षणा,व्यंजना, आनुनासिक-सानुनासिक हिसाब से सुकुल का एतराज खारिज किया जाता है।
- शिववंश में सम्मिलित अन्य कुछ गोत्र हैं: अग्रे, अघा, अगा, अगि, अगाच, भगौर, भौभिया, भौबिया, धांडा, ढांडा, धांधा, धान्धा, धीमान, हरी, हरीवार, हरीवाल, हरीकर, खांगल, किलकिल, कलकल, करकिल, उदर, उदार, उन्दरास, वरदा, अंजना आदि.
- यह अहसास जो चल के आया है तेरे पास से मेरी ओर अनोखा है हर शब्द में तेरा अक्स छुपा है मेरे शब्द एक नवेली दुल्हन से किलकिल करते हैं घूंघट के तले गर्म साँसों से मेरी घूंघट तेरा हिल रहा है थोड़ा थोड़ा कुछ शब्द चहक चहक फिसले इधर उधर घूंघट से मैंने एक एक शब्द उठा के अपनी आँखों से रखा अपने होंठो पे मेरे होंठों पे एक नाम उतर आया माधवी......