अपमार्जन sentence in Hindi
pronunciation: [ apemaarejn ]
"अपमार्जन" meaning in English "अपमार्जन" meaning in Hindi
Examples
- यदि स्थायी रूप से मतदाता बाहर चला गया है और वापस आने की सम्भावना नही है तो नाम के अपमार्जन की कार्यवाही करें।
- और कश्मीरी पंडित क्रूर जातीय अपमार्जन के शिकार बन गए, ये पाप बहुसंख्यक समुदाय ने इस्लामी आंतकवादियों के समर्थन से किया, इससे इतर नहीं हुआ।
- तहसीलदार जयसिहपुर द्वारा अवगत कराया गया कि परिवर्धन, अपमार्जन, सन्शोधन तथा पहचान पत्र बनाने का कार्य ठेकेदार द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि द्वारा किया जा रहा है।
- उन्होंने निर्देश दिये है कि इन तिथियों पर परिवद्र्वन / अपमार्जन / संशोधन हेतु काउण्टर की व्यवस्था सुनिश्चित करें जहां पर नागरिको से दाबे / आपत्तियां निर्धारित प्रारूप पर प्राप्त की जा सके।
- कमीज़ का धारीदार हिस्सा दूर से उस रेलवे ट्रैक की तरह दिखाई दे रहा था, जो दुनिया जहान की बदहवासी को गठरी में रखकर किसी सुरक्षित इलाके में अपमार्जन के लिए छोड़ आता है।
- उन्होंने स्व विवेक से अपमार्जन या नाम बढाने (सो मोटो डिलीशन या इन्कलुजन) के बारे में निर्देशो के बारे में बताते हुए कहा कि जन प्रतिनिधित्व अधिनियम के सेक्श 0 22 के अनुसार कार्यवाही करें।
- श्री चैहान ने बताया कि रेगुलर अपडेशन के अन्तर्गत परिवर्धन, या अपमार्जन हेतु दावे-आपत्तियां दाखिल करने के लिए पहले एक रूपया निर्धारित शुल्क देय होता था, जिसे वर्तमान समय में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा समाप्त कर दिया गया है।
- सहायक निर्वाचन अधिकारी ने आयोग के निर्देशों के हवाले से बताया कि निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी मतदाता पंजीकरण केंद्रों के प्रांगण में हर मंगल व शुक्रवार को दोपहर 12 से 2 बजे तक मतदाता पंजीकरण, संशोधन, अपमार्जन हेतु प्राप्त फार्म 6,7,8, 8 ए आदि की सुनवाई व निस्तारण करेंगे।
- आयोग के निर्देशानुसार नगर निकायों की मतदाता सूची अद्यतन बनायें रखने के निर्देश दिये गये है जिसमें आयोग को अभी भी मतदाताओं के नाम छूटने की शिकायते मिली है जिसके लिए आयोग ने मतदाताओं के नाम परिवर्धन संशोधन एवं अपमार्जन करने के लिए २ ५ मई २ ० १ २ तक समय निर्धारित किया है ।
- यहां यह भी उल्लेखनीय है कि हमारे धार्मिक बाह्यचारों में कुछ शताब्दियों से विकृतियों का जो कीचड़ जमा हो गया था, अस्पृश्यता जैसी समाजविघातक रूढ़ियां बध्दमूल हो गई थी, उनके अपमार्जन के लिए धर्माचार्यों को तैयार किये गये 'धर्मादेश' को सन् १९६४ में विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना के बाद धर्मसंसद में प्रस्ताव के रूप में पारित किया गया।