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वासुपूज्य meaning in Hindi

pronunciation: [ vaasupujey ]
वासुपूज्य meaning in English

Examples

  1. विद्यासागर नगर स्थित श्री दिगंबर जैन वासुपूज्य जिनालय में हुई धर्मसभा में आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रथम शिष्या आर्यिका गुरुमति ने प्रवचन में कहा कि मंदिरों में शालीनता के साथ सादा वस्त्र पहनकर ही प्रवेश करना चाहिए।
  2. उन्होंने मंदिर के कृति स्तंभ , भगवान वासुपूज्य की प्रतिमा ,, मूल वेदी , कांच के नक्काशी , पंच वालयति जिनालय के पांच पषाण प्रतिमा व दीवार पर अंकित रामायण और महाभारत के पात्र से अवगत कराया।
  3. हालांकि ऋषभ , प्रथम , ने हिमालय के कैलाष पर्वत पर निर्वाण प्राप्त किया ; वासुपूज्य का देहांत उत्तर बंगाल में चम्पापुरी में हुआ ; नेमिनाथ गिरनार पर्वत पर , और महावीर , अंतिम , पावापुर , पर।
  4. हालांकि ऋषभ , प्रथम , ने हिमालय के कैलाष पर्वत पर निर्वाण प्राप्त किया ; वासुपूज्य का देहांत उत्तर बंगाल में चम्पापुरी में हुआ ; नेमिनाथ गिरनार पर्वत पर , और महावीर , अंतिम , पावापुर , पर।
  5. जिसमे भगवन 1008 महावीर स्वामी मुलनायक हैं सात बलभद्र एवं गज्कुमार स्वामी की धातु की खडगासन प्रतिमाये हैं और जल्दी ही मुलनायक भगवन महावीर के दोनों बाजु श्री चंद्रप्रभु भगवन एवं श्री वासुपूज्य पद्मासन मुर्तिया विराजित करवाकर भव्य नूतन मंदिर का निर्माण हो रहा हैं।
  6. श्री वासुपूज्य जैन श्वेताम्बर तपागच्छ मंदिर अजमेर पुष्कर रोड के निर्माण में महत्वपूर्ण सहयोग एवं स्थापना में प्रमुख भूमिका के लिए गुरूदेव श्री कल्पतरू विजयश्री , गुरूदेव श्री कीर्तिचंद विजय को 10 दिसंबर को जैन तीर्थ कटारीया ( गुजरात ) में आचार्य पदवी प्रदान की जाएगी।
  7. वस्त्रों में सबसे अनुपम रेशम के उत्पादन के लिये मेरा नाम चांदो सौदागर के जमाने से पूरी दुनिया में फैला है और उसी के साथ फैली है विक्रमशिला विश्वविद्यालय की ख्याति , कर्ण की दानवीरता की कहानियां, जदार्लू आम और कतरनी चावल की खुशबू, जैन तीर्थंकर वासुपूज्य की ख्याति, महर्षि मेहीं का अध्यात्म और ऐसी ही सैकड़ों चीजें.
  8. जैन नीति शास्त्रों में वर्णन है कि जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों में से प्रथम तीर्थंकर भगवान ' आदिनाथ ' अर्थात् भगवान ऋषभदेव ने कैलाश पर्वत पर , 12 वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य ने चंपापुरी , 22 वें तीर्थंकर भगवान नेमीनाथ ने गिरनार पर्वत और 24 वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर ने पावापुरी में मोक्ष प्राप्त किया।
  9. दिल्ली - भगवान् वासुपूज्य मुलनायक मंदिर गाँधी नगर , दिल्ली में मुनि श्री मंगलानंद जी महाराज के सानिध्य में तथा पंडित रत्नलाल बेनाडा जी के द्वारा एक शिविर आयोजित किया जा रहा है जिसमे सुबह बाल-बोध की क्लास , दिन में छह ढाला तथा रात को तत्वार्थ सूत्र की क्लास होगी , शिविर 4 अगस्त से 13 अगस्त [ ... ]
  10. वस्त्रों में सबसे अनुपम रेशम के उत्पादन के लिये मेरा नाम चांदो सौदागर के जमाने से पूरी दुनिया में फैला है और उसी के साथ फैली है विक्रमशिला विश्वविद्यालय की ख्याति , कर्ण की दानवीरता की कहानियां , जदार्लू आम और कतरनी चावल की खुशबू , जैन तीर्थंकर वासुपूज्य की ख्याति , महर्षि मेहीं का अध्यात्म और ऐसी ही सैकड़ों चीजें .
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