भेंट देना meaning in Hindi
pronunciation: [ bhenet daa ]
Examples
- 9 . जब कन्याओं को भोजन न दे सकें ? नौ दिनों तक एक कन्या रोज बढ़ाकर भोजन कराना या उन्हें भेंट देना अथवा नौ दिनों तक संभव हो तो रोज नौ कन्याओं और एक लड़के को भोज्य पदार्थ देना उत्तम है।
- अब चापलूसी के तरीके बदल गए हैं किसी व्यक्ति के जन्म दिन पर बधाई देना , होली , दिवाली पर बधाई संदेश भेजना , पुत्री के विवाह पर भेंट देना , पुत्र के जन्म दिन पर भारी भेंट देना आदि चापलूसी के नवीन प्रकार हैं।
- अब चापलूसी के तरीके बदल गए हैं किसी व्यक्ति के जन्म दिन पर बधाई देना , होली , दिवाली पर बधाई संदेश भेजना , पुत्री के विवाह पर भेंट देना , पुत्र के जन्म दिन पर भारी भेंट देना आदि चापलूसी के नवीन प्रकार हैं।
- पुत्र जनम , विवाह आदि अवसरों पर संबंधियों को भेंट देना , तन्नी या मंडप के नीचे हल्दी तोडना , सेहरा बांधना , मृत्यु होने पर महापात्र को दान देना , वर्षभर ब्राह्मण को भोजन कराना कब्र में मूल्यवाण वस्तुओं को रखना इत्यादि रीति रिवाज हैं।
- नजराना यानी & nbspकि कार्य होने से पूर्व कुछ भेंट देना , शुक्राना यानी कि कार्य होने के बाद कुछ भेंट देना , हकियाना यानी कि कार्य करने के लिए हक पूर्वक कुछ धन मांगा जाना तथा जबराना यानी कि बिना रिश्वत लिए & nbspकार्य ना करने की धमकी देना।
- नजराना यानी & nbspकि कार्य होने से पूर्व कुछ भेंट देना , शुक्राना यानी कि कार्य होने के बाद कुछ भेंट देना , हकियाना यानी कि कार्य करने के लिए हक पूर्वक कुछ धन मांगा जाना तथा जबराना यानी कि बिना रिश्वत लिए & nbspकार्य ना करने की धमकी देना।
- यदि भक्त सचमुच में श्री साईबाबा को कुछ भेंट देना चाहता था और बाद में यदि उसे अर्पण करने की विस्मृति भी हो गई तो बाबा उसे या उसके मित्र द्वारा उस भेंट की स्मृति कराते और भेंट देने के लिये कहते तथा भेंट प्राप्त कर उसे आशीष देते थे ।
- यदि भक्त सचमुच में श्री साईबाबा की कुछ भेंट देना चाहता था और बाद में यदि उसे अर्पण करने की विस्मृति भी हो गई तो बाबा उसे या उसके मित्र दृारा उस भेंट की स्मृति कराते और भेंट देने के लिये कहते तथा भेंट प्राप्त कर उसे आशीष देते थे ।
- कुछ दोनों के पश्चात् वे ग्वालियर आये और वहाँ से अपने एक मित्र को बारह रुपयों का मनीआर्डर भेजकर पत्र में लिख भेजा कि दो रुपयों में सीधा की सामग्री और वलपपड़ी ( सेम) आदि मोल लेकर तथा दस रुपये दक्षिणास्वरुप साथ में रखकर मेरी ओर से बाबा को भेंट देना ।
- पुत्र जनम , विवाह आदि अवसरों पर संबंधियों को भेंट देना , तन् नी या मंडप के नीचे हल् दी तोडना , सेहरा बांधना , मृत् यु होने पर महापात्र को दान देना , वर्षभर ब्राह्मण को भोजन कराना कब्र में मूल् यवाण वस् तुओं को रखना इत् यादि रीति रिवाज हैं।