बन्दा बैरागी meaning in Hindi
pronunciation: [ bendaa bairaagai ]
Examples
- मै आपका बन्दा हू , लक्ष्मण ने घुटने टेक कर कहा और उसी दिन से वे सचमुच बन्दा हो गए , गुरु गोविन्द सिंह ने स्वयं उन्हें अपनी तलवार प्रदान की , बन्दा बैरागी क़ा जन्म कश्मीर क़े राजौरी गाव में एक राजपूत किसान परिवार में हुवा था सन्यासी बनने क़े पश्चात् वे माधोदास बैरागी हो गए .
- मै आपका बन्दा हू , लक्ष्मण ने घुटने टेक कर कहा और उसी दिन से वे सचमुच बन्दा हो गए , गुरु गोविन्द सिंह ने स्वयं उन्हें अपनी तलवार प्रदान की , बन्दा बैरागी क़ा जन्म कश्मीर क़े राजौरी गाव में एक राजपूत किसान परिवार में हुवा था सन्यासी बनने क़े पश्चात् वे माधोदास बैरागी हो गए .
- इस वीर योद्धा बन्दा बैरागी जी को कोटि कोटि नमन . यह त्रासदी है कि इन महान वीरों के बारे में प्रचार ही नहीं किया जाता.बहुतों को मालूम भी नहीं कि कितने कष्ट सह कर यह आजादी पायी है.इनके बारे में मुझे भी आज ही मालूम हुआ.बहुत बहुत आभार.ऐसा लगता है स्कूलों में इतिहास ठीक से पढाया ही नहीं जाता.
- चन्द्रगुप्त-चाणक्य , शकारि विक्रमादित्य , पृथ्वीराज चौहान , महाराणा प्रताप , छत्रपति शिवाजी , गुरु गोविन्दसिंह , बन्दा बैरागी , छत्रसाल , कृष्णदेवराय आदि असंख्य वीरों के स् वाधीनता संग्राम को क्या हमारे इतिहास के स्वतंत्रता संग्राम में स्थान नहीं मिलना चाहिए ? जिस किसी ने अपने देश से बाहरी शत्रु को हटाने के लिए संघर्ष किया , वह स्वाभाविक ही हमारे स्वातन्त्र्य संग्राम का हिस्सा है।
- चन्द्रगुप्त-चाणक्य , शकारि विक्रमादित्य , पृथ्वीराज चौहान , महाराणा प्रताप , छत्रपति शिवाजी , गुरु गोविन्दसिंह , बन्दा बैरागी , छत्रसाल , कृष्णदेवराय आदि असंख्य वीरों के स् वाधीनता संग्राम को क्या हमारे इतिहास के स्वतंत्रता संग्राम में स्थान नहीं मिलना चाहिए ? जिस किसी ने अपने देश से बाहरी शत्रु को हटाने के लिए संघर्ष किया , वह स्वाभाविक ही हमारे स्वातन्त्र्य संग्राम का हिस्सा है।
- कितने नादिरसाहो , औरंगजेबों , गजनियो और गोरियों को हमने झेला है , कितने मंदिरों को टूटते देखा है , कितनी बहन-बेटियों के साथ बलात्कार हमने सहन किया , भाई को बांधकर बहन के साथ बलात्कार , राणाप्रताप को जंगल में भटकते , शिवाजी को संघर्ष करते , बन्दा बैरागी का बंद-बंद नुचवाते , सम्भा जी को जीभ और आँख निकलवाते भी देखा , और क्या-क्या गिनाये - ? इस भारत माता के सुपुत्रों की स्वाभिमान गाथा !
- कितने नादिरसाहो , औरंगजेबों , गजनियो और गोरियों को हमने झेला है , कितने मंदिरों को टूटते देखा है , कितनी बहन-बेटियों के साथ बलात्कार हमने सहन किया , भाई को बांधकर बहन के साथ बलात्कार , राणाप्रताप को जंगल में भटकते , शिवाजी को संघर्ष करते , बन्दा बैरागी का बंद-बंद नुचवाते , सम्भा जी को जीभ और आँख निकलवाते भी देखा , और क्या-क्या गिनाये - ? इस भारत माता के सुपुत्रों की स्वाभिमान गाथा !
- आज पूरे पंजाब में बीर बन्दा बैरागी क़ा ३०० वा विजय दिवस मनाया जा रहा है , दुर्भाग्य है कि भारत की सेकुलर (हिन्दू बिरोधी) सरकार को यह विजय पर्व दिखाई नहीं पड़ रहा है आज क़े तीन सौ वर्ष पूर्ब मई १७१० में बन्दा बहादुर की सेना ने सूबेदार वजीर खान को पराजित कर सरहिंद पर अपना अधिकार कर लिया था, गुरु गोविन्द सिंह जब दक्षिण भारत पहुचे तो नादेण में राजा लक्ष्मणरोंव उन्हें तपस्वी वेश में मिले.
- गुरु हरिराय ने औरंगजेब को सबक सिखाया गुरु तेग बहादुर ने औरंगजेब की क्रूरता का मुखरता से विरोध किया | गुरु गोविन्द सिंह ने ईश्वरीय भक्ति के साथ ही तत्कालीन अत्याचारी शासको से युद्ध करने में भी नहीं चुके | खालसा पंथ के संस्थापक गुरूजी ने मुगलों से लोहा लिया और सत्ता से टकराने के जज्बे में अपने चार पुत्र का बलिदान भी दिया था , उनके शिष्य बन्दा बैरागी भी जालिम शासको से युद्ध करते हुए शहीद हुए |
- भक्ति तो ऐसे अटूट विश्वास को कहते हैं , जिनमें बन्दा बैरागी से लेकर गुरु गोविन्द सिंह तक सम्मिलित हैं , जो शुरू से लेकर आखिर तक कठोर से कठोर परीक्षा में चलते रहते हैं और यह कहते रहते हैं कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि हमने अपनी भक्ति का इजहार , भक्ति का विश्वास इस तरीके से दिखाया कि कोई आदमी अंगुली न उठा सके कि हमारी भक्ति कमजोर थी , अथवा किसी स्वार्थ पर टिकी हुई थी।