पौराणिक स्थल meaning in Hindi
pronunciation: [ pauraanik sethel ]
Examples
- वहीं आज धार्मिकग्रन्थों में उल्लेखित मोरजध्वज आश्रम , मड़फा आश्रम, देवांगना, कोटितीर्थ, सरभंग आश्रम, सुतिक्षण आश्रम, चन्द्रलोक आश्रम, रामसैया जैसे अनेक ऐतिहासिक एवं पौराणिक स्थल अनेक समस्याओं के चलते चित्रकूट आने वाले करोड़ों धार्मिक एवं पर्यटनीय यात्रियों से दूर है।
- वहीं आज धार्मिकग्रन्थों में उल्लेखित मोरजध्वज आश्रम , मड़फा आश्रम , देवांगना , कोटितीर्थ , सरभंग आश्रम , सुतिक्षण आश्रम , चन्द्रलोक आश्रम , रामसैया जैसे अनेक ऐतिहासिक एवं पौराणिक स्थल अनेक समस्याओं के चलते चित्रकूट आने वाले करोड़ों धार्मिक एवं पर्यटनीय यात्रियों से दूर है।
- पत्र में कहा गया है कि पाली एक ऐतिहासिक व पौराणिक स्थल है तथा अंग्रेजों के शासन काल से ही रानीखेत को परगना पाली के नाम से जाना जाता है , जो विकासखंड चौखुटिया , द्वाराहाट , स्याल्दे , सल्ट , भिकियासैंण व ताड़ीखेत के मध्य में बसा है।
- खंकरियाल जी ! बहुत ही सुन्दर ढंग से आपने दर्शनीय एवं पौराणिक स्थल त्रिकुटी सरोवर ( तारा कुण्ड ) , राहू का मंदिर और शिन्गोड़ का वर्णन किया , लेकिन इनके साथ इनके चित्र भी उपलब्ध होते तो फिर क्या कहने ! बहुत अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद ..
- यों तो बिहार में धार्मिक यात्राओं पर आने वाले या छुटि्टयां मनाने आने वाले लोगों के लिए यहां कई धार्मिक और पौराणिक स्थल हैं , लेकिन यहां आने वाले लोग गोपालगंज जिले में स्थित थावे मंदिर में जाकर सिंहासिनी भवानी मां के दरबार का दर्शन कर उनका आर्शीवाद लेना नहीं भूलते।
- ऊँचडीह धाम , प्रतापगढ़ के दक्षिण और इलाहाबाद के उत्तर में प्रसिद्द पांडवकालीन पौराणिक स्थल भयहरणनाथ धाम से ३०० मीटर की दूरी पर सोराव तहसील (इलाहाबाद) के अंतर्गत स्थित है|पौराणिक कथाओ के अनुसार ऊँचडीह ग्राम का प्राचीन नाम ' डीहनगर' जिसका उल्लेख महाभारत की कथाओ में आता है|यहाँ पांडव अज्ञातवास के दौरान प्रवास किये ......
- यदि हालात इस तरह के ही रहे तो एक दिन यह पौराणिक स्थल केवल आबादी से घिर कर अपनी महत्ता व शान्त वातावरण को नष्ट कर बैठेगे ओर भविष्य में देवभूमि उत्तराखण्ड के पास विश्व को देने के लिए सिर्फ अशान्ति ही होगी शान्ति नही जिस पर देवभूमि के लोग गर्व करते है की हमारी भूमि
- इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री जयराम रमेश ने इस पुरातन नगरी में आयोजित बारसूर महोत्सव को हर साल आयोजित करने पर बल देते हुए कहा कि इस आयोजन से देश के कोने-कोने में इस ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल के बारे में लोगों को जानकारी मिलेगी और लोग यहां की विरासत को देखने आएंगे।
- जनपद को सु लताओं का गढ कहा जाता था इस जनपद में नीम की छांव पानी के कुंए , धर्मशाला , मंदिर और पौराणिक स्थल श्री सीताकुड घाट इस जनपद की पहचान थे जब से सुलतानपुर में एक परिवार की चेयरमैनी आयी और शातिर दिमाग कर्मियों का साथ मिला और जगह जगह नजूल जमीनो सडक पटरियों पर कब्जे शुरु हो गये ।
- यदि हालात इस तरह के ही रहे तो एक दिन यह पौराणिक स्थल केवल आबादी से घिर कर अपनी महत्ता व शान्त वातावरण को नष्ट कर बैठेगे ओर भविष्य में देवभूमि उत्तराखण्ड के पास विश्व को देने के लिए सिर्फ अशान्ति ही होगी शान्ति नही जिस पर देवभूमि के लोग गर्व करते है की हमारी भूमि के दर्शन मात्र से शान्ति मिलती है ।