पारिस्थिति meaning in Hindi
pronunciation: [ paarisethiti ]
Examples
- मै किसी भी धर्म , व्यक्ति की वकालत नही कर रहा हु , न ही गडे मुर्दे उखाडने का प्रयाश कर रहा हु , मै सिर्फ़ यह बताना चाह्ता हु कि , आज की पारिस्थिति मे आम नागरिक को न तो मोदी से परहेज है , न ही अखिलेश यादव और नीतीश कुमार से उम्मीद ।
- वर्धन की अगुवाई में रविवार को गठित इस समिति ने जैतापुर में फांसीसी कंपनी ( अरेवा) के छह परमाणु रिएक्टर लगाने की योजना से किसानों एवं आम उत्पादकों के विस्थापन, हजारों मछुआरों की रोजी रोटी पर उत्पन्न खतरे और पर्यावरण एवं पारिस्थिति के लिए मौजूद जोखिम के सवालों के साथ-साथ इन रिएक्टरों के अब तक अपरीक्षित होने का भी प्रश्न उठाया है।
- वर्धन की अगुवाई में रविवार को गठित इस समिति ने जैतापुर में फांसीसी कंपनी ( अरेवा ) के छह परमाणु रिएक्टर लगाने की योजना से किसानों एवं आम उत्पादकों के विस्थापन , हजारों मछुआरों की रोजी रोटी पर उत्पन्न खतरे और पर्यावरण एवं पारिस्थिति के लिए मौजूद जोखिम के सवालों के साथ-साथ इन रिएक्टरों के अब तक अपरीक्षित होने का भी प्रश्न उठाया है।
- जीआईएम ने ‘ ग्रीनिंग ' को जलवायु परिवर्तन अनुकूलता के संदर्भ में रखा है और इसमें शमन का तात् पर्य कार्बन में कटौती और भंडारण ( वनों और अन् य पारिस्थिति क तंत्रों में ) , हाइड्रोलोजिकल सेवाएं और जैव विविधता के साथ साथ प्रावधान सेवाऐं जैसे तेल , चारा , छोटी लकड़ि यां और एनटीएफआर जैसी पारिस् थितिक तंत्र सेवाओं को मजबूत करने से है।
- इस योजना के जरिए इस नदी का पारिस्थिति की संबंधी स् वास् थ् य बनाए रखने के व् यापक उपायों की सिफारिश की जाएगी , साथ ही , इन बातों का भी ध् यान रखा जाएगा कि गंगाजल का समुचित उपयोग हो सके और गंगा थाले के अन् य प्राकृतिक संसाधनों का इस् तेमाल करते हुए जो परिवर्तन आएं , उसकी खास जरूरतों का ध् यान रखा जाए।
- वातावरण के विज्ञान से गहरे सरोकार के कारण पर्यावरणवादीयों को परिस्थितिवादी ( म्बवसवहपेजे ) भी कहा जाता है , और पर्यावरणवाद को पारिस्थिति विज्ञानवाद ( म्बवसवहपेउ ) की संज्ञा दी जाती है , चूँकी इस आन्दोलन के अर्न्तगत वातावरण में हरियाली कायम रखने पर बल दिया जाता है , इसलिए इससे प्रेरित राजनीति को हरितक्रान्ति ( ळतममद डवअमउमदज ) या हरित राजनीति ( ळतममद च्वसपजपबे ) की संज्ञा दी जाती है।
- पर आज स्थिति और पारिस्थिति दोनों ही बदल चुकीं हैं , आज ज्यादातर नेताओं के विचार और भाषण भी प्रायोजित से लगते हैं जिन्हें नेताओं को मंच पर खड़े होकर बस शब्दों में ढालना होता है , शायद समय की कमी होगी , ऐसे में वे अख़बारों में कहाँ लिख सकेंगे या शायद उन्हें भी पता है कि चार रूपये के अख़बार में छपी खबर तारीख बदलते ही रद्दी में फेंक दी जाती है .
- पारसन्स ने अपनी दूसरी पुस्तक ' द सोशल सिस्टम ' में सामाजिक क्रिया को और अधिक स्पष्ट करने के लिए सामाजिक क्रिया के तीन आधार दिए है - १ . कर्त्ता ( actor ) २ . परिस्थिति ( situation ) ३ . प्रेरणा ( motive ) . कर्त्ता द्वारा अपनी पारिस्थिति के अनुसार वही सामाजिक कार्य किये जाते हैं जिनका कोई प्रेरणात्मक महत्त्व होता है अर्थात जिन कार्यों को करने से किसी अच्छे फल की प्राप्ति की सम्भावना होती है .
- उदाहरण सहित : मेरा मानना है कोई भी रिश्ता मित्रता के बिना नहीं निभाया जा सकता , जैसे कहते हैं ना की फूल और उसकी सुगंध , इसमें सुगंध मित्रता है और फूल है रिश्ता , अर्थात पति पत्नी मित्र की तरह रहें , इससे विश्वास-घात जैसी पारिस्थिति से दो गुनी सुरक्षा मिलती है , क्योंकि कोई भी अपने पति / पत्नी को धोखा देने की सिचुएशन आने पर एक नहीं दो रिश्तों ( शादी और दोस्ती ) को बीच में पायेगा / पायेगी , और स्त्री पुरुष समानता भी मेन्टेन रहेगी ..... इसकी संभावना बढ़ती लगती है