निर्गुण्डी meaning in Hindi
pronunciation: [ niregaunedi ]
Examples
- ' निर्गुडति शरीर रक्षति रोगेभ्यः तस्माद् निर्गुण्डी ' अर्थात् जो रोगों से शरीर की रक्षा करती है , वह निर्गुण्डी कहलाती है ।
- ' निर्गुडति शरीर रक्षति रोगेभ्यः तस्माद् निर्गुण्डी ' अर्थात् जो रोगों से शरीर की रक्षा करती है , वह निर्गुण्डी कहलाती है ।
- निर्गुण्डी तेल और विल्ब तेल की नियमित नसवार से पलित रोग पर वियज पाने का प्रयोग दो बार हम सफलतापूर्वक कर चुके हैं।
- प्रत्येक घर में तुलसी का पौधा , सीता अशोक, आँवला, हरश्रृंगार, अमलतास, निर्गुण्डी इत्यादि में से कम से कम 2 पौधे अवश्य होने चाहिए।
- वैसे आयुर्वेद में सुजन उतारने वाली और भी कई औषधियों का वर्णन आता है पर निर्गुण्डी इन सब में अग्रणी है और सर्वसुलभ भी।
- निर्गुण्डी , करंज तथा नीम के पत्तों को पीसकर लेप करने से घाव में पड़े कीड़े मर जाते हैं तथा घाव सूख जाते है।
- निर्गुण्डी स्वरस 3 तोला दिन में 3 बार शहद के साथ देने से टिटनेस जैसे रोग में शीघ्र लाभ पहुँचते देखा गया है ।
- कटि प्रदेश ( सेक्रोपेल्विक संधि ) की वात सूजन में निर्गुण्डी पत्र स्वरस का पान 10 से 20 ग्राम मात्रा में मरते हैं ।
- वैसे तो आर्युवेद में सूजन उतारने वाली कई औषधियों का वर्णन मिलता है , पर निर्गुण्डी इन सब में अग्रणी है एवं सर्वसुलभ भी ।
- लगभग 14 से 28 मिलीलीटर निर्गुण्डी के पत्तों के रस को रोजाना सुबह-शाम रोगी को पिलाने से कमर दर्द के रोग में आराम आता है।