निःस्पृह meaning in Hindi
pronunciation: [ niahesperih ]
Examples
- वहाँविभिन्न और विरोधी हितों और स्वार्थों में संधि और सामंजस्य साधने में कितनीतीक्ष्ण और निःस्पृह बुद्धि शक्ति की आवश्यकता हुई होगी , इसका कल्पना से हीअनु-~ मान किया जा सकता है.
- निःस्पृह विमल सौम्य देवी जी , वन्दे आप इतनी विदुषी है , भाषा पर गहरी पकड़ हैं , समीक्षा बहुत जीवंत और रचना को सौंदर्य प्रदान कर रही हैं .
- सोलह सालों की लम्बी अवधि तक निरंतर पैदल यात्रायें करते हुए उन्होंने जिले के लगभग हर गाँव तक पहुँच कर निःस्पृह भाव से काम किया , किन्तु उनकी सेवायें नियमित नहीं मानी गईं।
- मुनि ने राजा से कहा- रंगभूमि की रचना बड़ी सुंदर है ( विश्वामित्र- जैसे निःस्पृह , विरक्त और ज्ञानी मुनि से रचना की प्रशंसा सुनकर ) राजा प्रसन्न हुए और उन्हें बड़ा सुख मिला॥ 4 ॥
- भावार्थ : दुःखों की प्राप्ति होने पर जिसके मन में उद्वेग नहीं होता, सुखों की प्राप्ति में सर्वथा निःस्पृह है तथा जिसके राग, भय और क्रोध नष्ट हो गए हैं, ऐसा मुनि स्थिरबुद्धि कहा जाता है॥56॥
- मुनिधर्म के द्वारा एक ऐसे वर्ग की स्थापना का प्रयत्न किया गया है जो सर्वथा निःस्वार्थ , निःस्पृह और निरीह होकर वीतराग भाव से अपने व दूसरों के कल्याण में ही अपना समस्त समय व शक्ति लगावे।
- मुनिधर्म के द्वारा एक ऐसे वर्ग की स्थापना का प्रयत्न किया गया है जो सर्वथा निःस्वार्थ , निःस्पृह और निरीह होकर वीतराग भाव से अपने व दूसरों के कल्याण में ही अपना समस्त समय व शक्ति लगावे।
- भाषा विज्ञान के जन्म दाता आशुतोष भगवान शिव जब महर्षि पाणिनी के निःस्पृह स्वच्छ घोर तपस्या से प्रसन्न हुए तो ख़ुशी में ( In the flurry of exitement ) ऐसा प्रलयंकारी ताण्डव नृत्य प्रस्तुत किये जो जगत के लिए बहुत ही शुभ हुआ।
- वह यह जानती भी थी कि पुरुष का मन चाहे कितना भी विशाल क्यों न हो , वह अपनी महिला संगिनी को अपने से ऊपर बढ़ते हुए निःस्पृह एवं ईर्ष्यारहित भाव से देखने में अक्षम होता है और योगी के मन की वही दशा है।
- समबुद्ध्या प्रवर्तन्ते वै-भागवताः स्मृताः॥ ( नारद पुराण- 1 / 5 ) ' जो सब जीवों के हितैषी हैं , जो दूसरों का दोष नहीं देखते , जो किसी से डाह नहीं करते , मन-इंन्द्रियों को वश में रखते हैं , निःस्पृह और शांत हैं , वे उत्तम भगवद् भक्त हैं।