ध्रुवपद meaning in Hindi
pronunciation: [ dheruvepd ]
Examples
- ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर ( 15वीं शती) ने ध्रुवपद शैली के गायन का विकास किया।
- इस ध्रुवपद के अन्तरे में ही किशोर तानसेन युवा ( भारतभूषण) रूप में परिवर्तित होते हैं।
- ध्रुवपद वह गायन है जिसमें प्रत्येक पद निश्चित ह्यध्रुवहृ स्वर और ताल में निबद्ध हो।
- ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर ( 15वीं शती) ने ध्रुवपद शैली के गायन का विकास किया।
- उनके गाये गीतों में ध्रुवपद , खयाल और ठुमरी अंग की स्पष्ट झलक मिलती है।
- ध्रुवपद गायकी हमारे देश की प्राचीन गायकी है और तानसेन इस गायकी के शीर्ष गायक थे।
- राग काफी , ध्रुवपद और खयाल की अपेक्षा उपशास्त्रीय संगीत में अधिक प्रयोग किया जाता है।
- राग काफी , ध्रुवपद और खयाल की अपेक्षा उपशास्त्रीय संगीत में अधिक प्रयोग किया जाता है।
- सूरदास द्वारा रचित ध्रुवपद अपूर्व नाद- सौंदर्य , गमक एवं विलक्षण शब्द- योजना से ओतप्रोत दिखाई देते हैं।
- जिन पदों में उक्त नियम का निर्वाह हो रहा हो , उन्हें ध्रुवपद अथवा ध्रुपद कहा जाता है।