जल्दबाज़ meaning in Hindi
pronunciation: [ jeldebaaj ]
Examples
- जैसा कि पहले कहा मैंने , वह अपनी कविताओं के जीवन-सत्व की तलाश में बौद्ध दर्शन की तरफ़ भी जाते हैं , लेकिन सिर्फ़ इसी आधार पर उन्हें मध्यममार्गी कहना , किसी कवि को एक शब्द में रिड्यूस कर देने के जल्दबाज़ चिंतन से ज़्यादा कुछ नहीं।
- पिछले वर्ष की बात है , एक दोपहर एक अपरिचित न. के साथ फोन घनघनाया . उठाने पर एक भारी गंभीर और जल्दबाज़ आवाज़ आई- “ लक्ष्मी बोल रही हो ? ” मेरे ' जी ' कहने के पहले ही उधर से आवाज़ आई- “ मैं अजातशत्रु बोल रहा हूँ . ”
- ज़रा सी भी ग़लती हो तो दोनों किसी को मुः दिखाने के क़ाबिल नही रहते - मूंछें तराशना एक मुश्किल फ़न है , आदमी सारी ज़िन्दगी यह काम करने के बाद भी इसमे माहिर नही होता अलबत्ता वह ठंडे मिज़ाज का ज़रूर बन जाता है क्युंके मूंछें तराशना जल्दबाज़ और तेज़ मिज़ाज आदमी के बस का रोग नही है १५-अगस्त ...
- लेकिन , इतना तो तय हैः एम . एस . डब्ल्यू . यू . के उदय ने कई “ अति-वामपंथी ” संगठनों और व्यक्तियों द्वारा हर उस चीज़ के जल्दबाज़ और अनालोचनात्मक तौर पर उत्सव मनाने और उसका महिमा-मण्डन करने की , जो कि एम . एस . ई.य ू . कर रहा था , शुद्ध आधारहीनता को प्रदर्शित कर दिया है।
- हर साल लेह जाने वाले ट्रक खाइयों में समा जाते हैं , बीसियों ट्रक, जो इंडियन आर्मी का सामान लेके जाते हैं | लोडेड ट्रक को सीधे रोड पे चलाना ही मुश्किल का काम है, हिमालय की वादियों में तो एक टांग पे तपस्या करने जैसे है| चार-पांच फीट कीचड़ और जल्दबाज़ टूरिस्ट ट्रक वालों को अक्सर घुसा दिया करते हैं| इस साल भी कई ट्रक रोहतांग में कई कई दिन फंसे रहे और ५-६ तो गिरे पड़े थे, दो सौ मीटर गहरी खाई में|
- अर्चना वर्मा कहती हैं - “अनामिका शालिनी के विश्लेषण को जल्दबाज़ पठन्त के रूप में सन्देह का लाभ दे कर कविता की भाषा के कारगर सूत्र देती हैं यह अलग बात है कि वे शालिनी के क्रोध को उबाल देने का काम करते हैं। ' ' (दिसम्बर पृष्ठ 9 ) मैंने तो अनामिका के प्रतिवाद पर एक भी शब्द नहीं लिखा, उन को किस सिद्धि की सहायता से इल्हाम हो गया कि मुझे क्रोध आया या दुलार ? मुझे इन दोनों करुणामयी स्त्रियों के प्रेम पर पूरा यक़ीन है।
- आपने देखा होगा की कैसे आपको ट्रक वाला हाथ के इशारे से पास देता है , इंडिकेटर दिखता भी नहीं इतने बड़े ट्रक में| शायद पहाड़ों में एक हाथ बाहर निकाल के पास देने की आर्ट भी ट्रक ड्राइवर्स ने ही शुरू की है , जल्दबाज़ ड्राइवर्स को ट्रक वाले हाथ दिखा के रोक भी लेते हैं कई बार की भाई रुक जा आगे मौत का सामान है , पर बहुत छोटी बात है ये, याद नहीं रहता क्यूंकि जल्दी बहुत है हम सबको, जाने, आने, और पहुँचने की |
- आपने देखा होगा की कैसे आपको ट्रक वाला हाथ के इशारे से पास देता है , इंडिकेटर दिखता भी नहीं इतने बड़े ट्रक में| शायद पहाड़ों में एक हाथ बाहर निकाल के पास देने की आर्ट भी ट्रक ड्राइवर्स ने ही शुरू की है , जल्दबाज़ ड्राइवर्स को ट्रक वाले हाथ दिखा के रोक भी लेते हैं कई बार की भाई रुक जा आगे मौत का सामान है , पर बहुत छोटी बात है ये, याद नहीं रहता क्यूंकि जल्दी बहुत है हम सबको, जाने, आने, और पहुँचने की |
- बड़े हिम्मत वाले होते है वो जो इस मकसद को हासिल करने के लिए आगे क़दम बढ़ते हैं , मगर एक तलख सच्चाई ये भी है की हर कोई किसी से ताल्लुकात बनाने में इतना जल्दबाज़ नही होता , अगर किसी को महबूब को पाने की खुशी इस जानिब बढ़ने की तरफ़ उभारती है तो कोई उसे पाकर खो देने के खौफ से उसे पाने के लिए क़दम न बढ़ा कर पीछे हट जाता है और फिर तसौउरात में उसी के यादों में खो कर अपनी पूरी ज़िन्दगी खुशी खुशी गुजार देता है ।