चुलबुलाहट meaning in Hindi
pronunciation: [ chulebulaahet ]
Examples
- एक दूसरे की तरफ मुँह करके हम दोनों लड़कियों की बातें कर रहे थे , मेरी चूत की चुलबुलाहट मुझे परेशान कर रही थी , साथ ही साथ मुझे यह भी लग रहा था कि अतुल का लंड भी झटके खा रहा है।
- वो माँ के लिए ज्योति तो दोस्तों के लिए जोत थी , दुबली पतली सी इस छात्रा की चुलबुलाहट अब न उसके कोलेज में दिखेगी न घर पर ! लेकिन क्या उसकी मौत के लिए सिर्फ़ सड़क हादसा जिम्मेदार है या फ़िर हमारा सिस्टम .
- युं तो रफ़ी साहब और गीता जी ने एक साथ कई रोमांटिक गीत गाए हैं , लेकिन उनमें एक हल्की फुल्की कॉमेडी का अंग भी हमेशा रहा है जिसकी चुलबुलाहट हमें गुदगुदा जाती है, फिर चाहे संगीतकार सचिन देव बर्मन हो या फिर हमारे नय्यर साहब।
- ऐसे में यदि हमारी सोच जटिल होगी तो मस्तिष्क के भीतर चुलबुलाहट करने वाले ये विचार भी जटिल होेंगे यानि नकारात्मक सोच के कारण नकारात्मक प्रभाव के कारण नकारात्मक भाव क्षेत्र में वृद्धि होगी और इसके विपरीत यदि सोच सकारात्मक होगी तो क्रमानुसार सकारात्मक भाव क्षेत्र बढेगा।
- अपनी भूमिका में उसे पूरी तरह लगन से करते दिखायी देते हैं पर जैसलमेर और बाड़मेर के रेतीले परिदृश्य में इस पूरी फि का आधार हैं द्विज यादव जो अपने बाल सुलभ अभिनय की चुलबुलाहट के साथ ही एक परिपक्व युवामन के सपनों के यथार्थवादी चरित्र का मिलाजुला बेजोड़ संयोजन है।
- दबे पाँव और मैं खामोश हूँ मेरी खिड़की की सलाखों से आर-पार होती हवा हँसी है और चाँद भी चाहती तो हूँ कि , उनके साथ खिलखिल करती मैं भी हँसू बचपन और जवानी की चुलबुलाहट के साथ पर क्या करूँ सत्य की कडुवाहट अपनी पूरी शाश्वता के साथ मेरे मुरझाते जा रहे होंठो पर ठहर गई है ... ।
- राजीव और रघु के चेहरे में कुछ खास अन्तर नहीं है पर अगर आप गौर से देखेंगे तो आपको पता चल जायेगा कि कौन रघु है और कौन राजीव ? मैंने एक बात और गौर की , राजीव के चेहरे में एक चुलबुलाहट झलकती है जबकि रघु का चेहरा उपर से सख्त , गम्भीर स्वाभाव होने के साथ थोड़ा बहुत ही दया रहित मालूम होता था .
- यूँ एक तरह से देखा जाए तो चुटकुलों की प्रकृति कुछ- २ बुलबुलों के समान होती है जो अपनी चुलबुलाहट और खिलखिलाहट का सौंदर्य कुछ क्षणों के लिए बिखरा कर तिरोहित हो जाते हैं परन्तु इस क्षणिक सौंदर्य की चमक हमारी स्मृति में बार-बार कौंधती है और कभी-कभी ऐसा भी होता है कि आप अपने एकान्तिक अथवा सामूहिक क्षणों में उस कौंध से चमत्कृत होकर अपने आप ही मुस्कराने अथवा ठहाके भरने लगते हैं .
- सोना की चुलबुलाहट से समझ आ रहा था कि कुछ है उसके भीतर जो कहना चाह्ती थी वो मगर किसी सोच में डुबी थी ! क्या हुआ सोना ? सोना : सरजी आप पूजा करते हो ? हाँ करता हूँ ना , आपने क्या मांगा भगवान् जी से ? एक हल्की सी मुस्कुराहट मेरे चेहरे पर आयी , अब इन्सान होने के नाते भगवान् के सामने हाथ फैलाना तो जैसे हमारा धर्म होता है , मगर मैं अपने लिए कम ही हाथ फैलाता हूँ ईश्वर के सामने ..