इत्तिफ़ाक़ meaning in Hindi
pronunciation: [ itetifak ]
Examples
- लिहाज़ा इसके मद्देनज़र कि मक़तूल एक पण्डित था और क़दीम अदब का बहुत शौकीन था , यह बिला शक तस्लीम किया जा सकता था कि यह एक इत्तिफ़ाक़ ही है कि मक़तूल अपने क़त्ल के वक़्त यह किताब पढ़ रहा था;
- एक बार ऐसा इत्तिफ़ाक़ हुआ कि कुछ रोज़ वही न आई तो काफ़िरों ने तअने के तौर पर कहा कि मुहम्मद ( सल्लल्लाहो अलौहे वसल्लम ) को उनके रब ने छोङ दिया और मकरूह यानी बुरा जाना , इसपर यह सूरत उतरी .
- कैसा सुखद इत्तिफ़ाक़ है कि इसी महीने की दस तारीख़ को बनारस के दशाश्वमेध घाट पर प्रतिदिन शाम को होनेवाली भव्य गंगा-आरती को देखने के लिए मैं एक नाव में मशहूर कवि असद जै़दी , उनकी जीवन-संगिनी नलिनी तनेजा और प्रसिद्ध कवि-मित्र व्योमेश शुक्ल के साथ था।
- दूसरे दिन जब हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम को फिर ऐसा इत्तिफ़ाक़ पेश आया कि वह बनी इस्राईल जिसने एक दिन पहले उनसे मदद चाही थी , आज फिर एक फ़िरऔनी से लड़ रहा है और हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम को देखकर उनसे फ़रियाद करने लगा तब हज़रत … .
- कैसा सुखद इत्तिफ़ाक़ है कि इसी महीने की दस तारीख़ को बनारस के दशाश्वमेध घाट पर प्रतिदिन शाम को होनेवाली भव्य गंगा-आरती को देखने के लिए मैं एक नाव में मशहूर कवि असद जै़दी , उनकी जीवन-संगिनी नलिनी तनेजा और प्रसिद्ध कवि-मित्र व्योमेश शुक्ल के साथ था।
- महज़ इत्तिफ़ाक़ नहीं कि मलयज ने लिखा था- ' ' बौने जीवन से बड़ी कविता पैदा नहीं हो सकती '' और गद्य की अपनी ताज़ा किताब '' कवि का अकेलापन '' में मंगलेश डबराल लिखते हैं- '' कवि को कविता के भीतर और बाहर एक साथ रहना होता है।
- महज़ इत्तिफ़ाक़ नहीं कि मलयज ने लिखा था-”बौने जीवन से बड़ी कविता पैदा नहीं हो सकती” और गद्य की अपनी ताज़ा किताब “कवि का अकेलापन” में मंगलेश डबराल लिखते हैं-”कवि को कविता के भीतर और बाहर एक साथ रहना होता है। . ..दो दुनियाओं में एक साथ उसके पैर हैं।
- “ हमारे देश में एक व्यक्ति पढ़ता कुछ और है , बनता कुछ और है , और बनना कुछ और चाहता है ” आपसे पूरी तरह इत्तिफ़ाक़ रखते हुए कहना चाहूँगा कि मानव-संसाधन के समुचित उपयोग कि दृष्टि अभी विकसित नहीं हुई है ' विश्वगुरु ' में ।
- महज़ इत्तिफ़ाक़ नहीं कि मलयज ने लिखा था-”बौने जीवन से बड़ी कविता पैदा नहीं हो सकती” और गद्य की अपनी ताज़ा किताब “कवि का अकेलापन” में मंगलेश डबराल लिखते हैं-”कवि को कविता के भीतर और बाहर एक साथ रहना होता है। . ..दो दुनियाओं में एक साथ उसके पैर हैं।
- क्या इस बात की सचमुच कोई व्याख्या की जा सकती है कि महज़ इत्तिफ़ाक़ से घटने वाली घटनाओं में तालमेल ( harmony ) की यह ख़ूबी कहां से आ गई , और इतने अजीबो-ग़रीब ढंग से लगातार विकास करने का रुझान उसमें कहां से पैदा हो गया ?