अजीबो ग़रीब meaning in Hindi
pronunciation: [ ajibo gaerib ]
Examples
- nose for news , ethics of journalism , Public interest , authenticity सब कुछ दर क़िनार करके मीडिया ने अलग राह अपना ली है ज़िम्मेदार कौन ? मसाले दार न्यूज़ , सनसनीखेज खबरे , अजीबो ग़रीब करतब , स्टिंग ऑपरेशन को आज मीडिया जो दिखा , बता रहा है उसके ज़िम्मेदार हम है क्योकि कही न कही हम ऐसा ही चाहते है।
- nose for news , ethics of journalism , Public interest , authenticity सब कुछ दर क़िनार करके मीडिया ने अलग राह अपना ली है ज़िम्मेदार कौन ? मसाले दार न्यूज़ , सनसनीखेज खबरे , अजीबो ग़रीब करतब , स्टिंग ऑपरेशन को आज मीडिया जो दिखा , बता रहा है उसके ज़िम्मेदार हम है क्योकि कही न कही हम ऐसा ही चाहते है।
- तुम अगर बग़ौर देखोगें तो उस के परों के दरमियानी ( बीच की ) तीलिओं को चांदी की सलाइयां तसव्वुर करोंगे और उन पर जो अजीबो ग़रीब ( विचित्र ) हाले बने हुए हैं और सूरज की शुआओं की मानिन्द ( किरणों के समान ) जो परो बाल उगे हुए हैं उन्हे ज़र्दी में ख़ालिस सोना और सब्ज़ी में ज़मुर्रद के टुकड़े ख़याल करोगे।
- आज के इस तेज़ी से आगे बढ़ रहे काल में जबकि अख़बारों और टी . वी . के माध्यम से रोज़ हमारे सामने अजीबो ग़रीब बातें सामने आ रही हैं , इन हालात में एक पढ़ी लिखी औरत ही घर और समाज को शिक्षा के माध्यम से बदल सकती है , यह बातें मक़सदे हुसैनी संगठन की तरफ़ से आयोजित एक प्रोग्राम में मोहतरमा तलअत नें कहीं।
- आज दिन तक जब से , मेरी पत्नी शादी करके आयी है , अगर मैं ` रात कहूँ तो रात और दिन कहूँ तो दिन ` कहने वाली पत्नी का , ऐसा हिम्मत पूर्ण , अजीबो ग़रीब , अनपेक्षित सवाल सुनकर , पहले तो मैं क्षुब्ध हो गया और बाद में कोई उत्तर न मिलने पर , ज़ुबान लड़खड़ाने के कारण , आखिर मैं बहुत डर गया ..
- आज दिन तक जब से , मेरी पत्नी शादी करके आयी है , अगर मैं ` रात कहूँ तो रात और दिन कहूँ तो दिन ` कहने वाली पत्नी का , ऐसा हिम्मत पूर्ण , अजीबो ग़रीब , अनपेक्षित सवाल सुनकर , पहले तो मैं क्षुब्ध हो गया और बाद में कोई उत्तर न मिलने पर , ज़ुबान लड़खड़ाने के कारण , आखिर मैं बहुत डर गया ..
- खैर , दूसरा दिन भी आ गया |लम्बे इंतज़ार के बाद विशा के सम्मुख फैंसले की घड़ी थी | उसके पास चाँदी की पायल, बिछुआ और नई सिन्दूर की डिब्बी अल्मारी में थी |सुहाग के तीनों शगुन साथ में लिए वो चल पड़ी अपने प्रियतम के साथ एक अजीबो ग़रीब अभियान पर….!पूरे रास्ते दोनो चुप्पी साधे रहे | शायद दोनो के विचार अपनी-अपनी लीक पर दौड़ रहे थे |जिस ओर वे सैर को जाते थे ,