सांसारिक प्रेम meaning in Hindi
pronunciation: [ saanesaarik perem ]
Examples
- ' ' ऐसा क्यों था ? इसलिए कि उनके पास वह ईश्वरीय आदेश पहुंच चुका था कि ईश्वरीय प्रेम के सम्मुख सांसारिक प्रेम तुच्छ है।
- इश्के-हक़ीक़ी में पथ-प्रदर्शक , ईश्वर या गुरु ही माशूक का दर्जा रखते हैं जबकि सांसारिक प्रेम का लक्ष्य सिर्फ कोई प्राणी ही होता है।
- सूफ़ी पंथ में इश्क के दार्शनिक अर्थ ही प्रमुख हैं जिसमें दो स्वरूप प्रमुख हैं एक इश्के-मजाज़ी यानी सांसारिक प्रेम , भौतिक प्रेम, प्राणियों से प्रेम।
- सूफ़ी पंथ में इश्क के दार्शनिक अर्थ ही प्रमुख हैं जिसमें दो स्वरूप प्रमुख हैं एक इश्के-मजाज़ी यानी सांसारिक प्रेम , भौतिक प्रेम , प्राणियों से प्रेम।
- सूफी ये मानते हैं कि लौकिक यानि सांसारिक प्रेम व्यक्ति को वासना से बांधता है और अलौकिक यानि ईश्वर से प्रेम मन को शुद्ध करता है .
- “ … इश्के-हक़ीक़ी में पथ-प्रदर्शक , ईश्वर या गुरु ही माशूक का दर्जा रखते हैं जबकि सांसारिक प्रेम का लक्ष्य सिर्फ कोई प्राणी ही होता है … ”
- यानी धनपतराय के अनुबंध और प्रेमचंद के जन्म के मूल में इश्के-दुनिया ( सांसारिक प्रेम ) और हुब्बे-वतन ( देशभक्ति ) की भावना कार्य कर रही थी .
- सतही तौर पर देख कर ऐसा लगता है कि वे सांसारिक प्रेम की कविताएं हैं , लेकिन उनका प्रतीकात्मक अर्थ है, जो गहरी दार्शनिक अवस्था को चित्रित करते हैं।
- राधा का नाम लेकर योगेश अगर सांसारिक प्रेम की बातें कर रहे हैं तो फिर मीरा या कबीर का नाम लेकर वो दिव्य / स्वर्गीय प्रेम की ओर इशारा कर रहे हैं।
- उधर उद्धव सोचते हैं कि वे विरह में जल रही गोपियों को निगुर्ण ब्रह्म के प्रेम की शिक्षा दे कर उन्हें इस सांसारिक प्रेम से की पीड़ा मुक्ति से मुक्ति दिला देंगे।