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वायु सेवन meaning in Hindi

pronunciation: [ vaayu seven ]
वायु सेवन meaning in English

Examples

  1. हेमंत रुतु में त्याज्य - शीतकाल में लघु अन्नपान , तीव्र एवं सहित वायु सेवन, थोडा भोजन, जल में घुले सत्तू का सेवन, ठन्डे पानी का स्नान एवं स्पर्श, खुल्ले में सोना, आदि त्याज्य है |
  2. वायु स्नान : नंगे सिर-पैर व नंगे शरीर अथवा यथासंभव बहतु कम और ढीले छिद्रयुक्त कपड़े पहनकर खुली हवा में लेटकर या बैठकर या खड़े होकर या टहलकर वायु सेवन करने को वायु-स्नान कहते हैं।
  3. AMG साइड स्कर्ट और पीछे एप्रन E63 को अधिक आक्रामक स्टाइलिंग प्रदान करते हैं , और कार के सामने वाले हिस्से में बड़े वायु द्वार स्वाभाविक रूप से प्रश्वासित 6.2 लीटर V8 को अधिक वायु सेवन अनुमत करते हैं.
  4. दैनिक व्यवहार की साधारण क्रियाओं की सामान्य स्मृति मस्तिष्क में पुन : - पुन : जाग्रत् होती रहती है और भोजन , स्नान , वायु सेवन जैसी साधारण बातों की दैनिक स्मृति के अस्तव्यस्त स्वप्न दिखाई देते हैं।
  5. दैनिक व्यवहार की साधारण क्रियाओं की सामान्य स्मृति मस्तिष्क में पुन : - पुन : जाग्रत् होती रहती है और भोजन , स्नान , वायु सेवन जैसी साधारण बातों की दैनिक स्मृति के अस्तव्यस्त स्वप्न दिखाई देते हैं।
  6. वायु-सेवन की प्रमुख विधियां तथा रोग निवारण : वायु सेवन की प्रमुख विधियां हैं- वायु भक्षण तथा गहरी लंबी-लंबी सांस , भ्रमण ( टहलना ) एवं भ्रमण प्राणायाम , वायु-स्नान यौगिक बंध प्राणायाम , स्वर योग , सिंहगर्जन व हंसना , संगीत , ध्यान , योग शंख बजाना इत्यादि।
  7. वायु-सेवन की प्रमुख विधियां तथा रोग निवारण : वायु सेवन की प्रमुख विधियां हैं- वायु भक्षण तथा गहरी लंबी-लंबी सांस , भ्रमण ( टहलना ) एवं भ्रमण प्राणायाम , वायु-स्नान यौगिक बंध प्राणायाम , स्वर योग , सिंहगर्जन व हंसना , संगीत , ध्यान , योग शंख बजाना इत्यादि।
  8. संध्या के समय जब साईं बाबा वायु सेवन करने के लिए समाधि मंदिर के पास से होकर जा रहे थे , उसी समय श्रीमती खापर्डे बाबा को वहां पर मिलीं और उनसे घर लौटने की अनुमति मांगते हुए , आँखों में आँसू लिए हाथ जोड़कर कांपते हुए स्वर में बोलीं - “ बाबा , मेरा प्रिय पुत्र प्लेग रोग से पीड़ित है , इसलिए मैं घर जाना चाहती हूं | ”
  9. कुश्ती की घटना के बाद बाबा की जीवनचर्या भी पूरी तरह से बदल गयी थी | अब बाबा का ठिकाना दिन में नीम के पेड़ के नीचे होता जहां पर वे बैठकर अपने स्वरूप ( आत्मा ) में लीन रहते | इच्छा होने पर गांव की मेड़ पर नाले के किनारे एक बबूल के पेड़ की छाया में बैठ जाते थे | संध्या समय बाबा वायु सेवन के लिए स्वेच्छानुसार विचरण करते थे |
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