युद्धबन्दी meaning in Hindi
pronunciation: [ yudedhebnedi ]
Examples
- उन्होंने अंग्रेज सरकार को एक पत्र भी लिखा , जिसमें कहा गया था कि उन्हें अंग्रेज़ी सरकार के ख़िलाफ़ भारतीयों के युद्ध का प्रतीक एक युद्धबन्दी समझा जाये तथा फाँसी देने के बजाय गोली से उड़ा दिया जाये।
- ) इनमें ज्यादातर युद्धबन्दी सैनिक हैं , मगर कुछ नये भारतीय सैनिक भी भर्ती किये जाते हैं- क्योंकि नेताजी जानते हैं कि एक ‘ युद्धबन्दी ' सैनिक का ‘ नमक ' कभी भी जोर मार सकता है।
- ) इनमें ज्यादातर युद्धबन्दी सैनिक हैं , मगर कुछ नये भारतीय सैनिक भी भर्ती किये जाते हैं- क्योंकि नेताजी जानते हैं कि एक ‘ युद्धबन्दी ' सैनिक का ‘ नमक ' कभी भी जोर मार सकता है।
- उन्होंने अंग्रेज सरकार को एक पत्र भी लिखा , जिसमें कहा गया था कि उन्हें अंग्रेज़ी सरकार के ख़िलाफ़ भारतीयों के युद्ध का प्रतीक एक युद्धबन्दी समझा जाए तथा फ़ाँसी देने के बदले गोली से उड़ा दिया जाये ।
- 25 दिसम्बर 1941 को पहले बैच के रुप में 10 छात्रों तथा 5 युद्धबन्दी सैनिकों को नेताजी प्रशिक्षण के लिए फ्रैंकेनबर्ग रवाना करते हैं- इन्हें जर्मन सेना ( Wehrmacht ) द्वारा बिलकुल जर्मन तरीके से प्रशिक्षण दिया जायेगा।
- उन्होंने अंग्रेज सरकार को एक पत्र भी लिखा , जिसमें कहा गया था कि उन्हें अंग्रेज़ी सरकार के ख़िलाफ़ भारतीयों के युद्ध का प्रतीक एक युद्धबन्दी समझा जाए तथा फ़ाँसी देने के बदले गोली से उड़ा दिया जाये ।
- इन युद्धबन्दियों के लिए भारत सरकार ने एक मानवीय पहल की - रेडियो ( आकाशवाणी ) के माध्यम से पाकिस्तानी युद्धबन्दी अपने परिवार से अपनी कुशलता स्वयं बतलाते थे - कार्यक्रम का नाम था ' हम खैरियत से हैं ' ।
- गोष्ठी में यह मांग भी उठी कि क्रान्तिकारी सत्ता परिवर्तन में विश्वास के साथ राज्य के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष छेड़ने वालों को किसी आपराधिक धारा के तहत अभियुक्त बनाने के बजाय युद्धबन्दी का दर्जा मिलना चाहिए और उनके सन्दर्भ में तत्सम्बन्धी अन्तरराष्ट्रीय कन्वेंशन के प्रावधानों का अनुपालन होना चाहिए।
- ये सैनिक वायरलेस , डिमोलिशन आदि के अलावे घुड़सवारी , पर्वतारोहण , पैराशूट आदि का भी कोर्स करते हैं , और पहले बैच वाले बाद में एन . जी . स्वामी तथा आबिद हसन के साथ मिलकर युद्धबन्दी शिविर में से अगले भारतीय सैनिकों का चयन भी करते हैं।
- [ फाँसी पर लटकाए जाने से 3 दिन पूर्व- 20 मार्च , 1931 को- सरदार भगतसिंह तथा उनके सहयोगियों श्री राजगुरु एवमं श्री सुखदेव ने निम्नांकित पत्र के द्वारा सम्मिलित रूप से पंजाब के गवर्नर से माँग की थी की उन्हें युद्धबन्दी माना जाए तथा फाँसी पर लटकाए जाने के बजाय गोली से उड़ा दिया जाए।