माँ मरियम meaning in Hindi
pronunciation: [ maan meriyem ]
Examples
- कैथोलिक और पूर्वी रूढ़िवादी चर्चों पाया जा नक़्क़ाशीदार या छवियों और पिघला हुआ से भर सकते हैं / या यीशु मसीह और उसकी माँ मरियम के विभिन्न आकारों और आकार में मूर्तियों.
- अंघरे कमरे में टिमटिमाते लालटेन की घिमि रौशनी में मुझे सीने से लगाने को बांहे फैलाए माँ , माँ मरियम -सी लगती माँ का वह रूप मेरे जेहन में आज भी ताजा है .
- अंघरे कमरे में टिमटिमाते लालटेन की घिमि रौशनी में मुझे सीने से लगाने को बांहे फैलाए माँ , माँ मरियम -सी लगती माँ का वह रूप मेरे जेहन में आज भी ताजा है .
- 34 फिर शमौन ने उन्हें आशीर्वाद दिया और उसकी माँ मरियम से कहा , “यह बालक इस्राएल में बहुतों के पतन या उत्थान के कारण बनने और एक ऐसा चिन्ह ठहराया जाने के लिए निर्धारित किया गया है जिसका विरोध किया जायेगा।
- बेन हर , उसकी माँ मरियम (मर्था स्कॉट) और बहन तिर्जा (कैथी ओ'डोनेल) अपने वफादार दास सिमोनाइड्स (सैम जैफे) और उसकी बेटी एस्तेर (हया हरारीत) का स्वागत करते हैं, जो परिवार की सहमति से तय किए गए विवाह की तैयारी कर रही है.
- दूसरा : बुतों और मूर्तियों की पूजा करने वाले मूर्तिपूजकों बल्कि ईसाईयों की - भी - समानता में पड़ने से बचना जिन्हों ने अपने चर्चों को मसीह अलैहिस्सलाम और उनकी माँ मरियम अलैहस्सलाम की छवियों और चित्रों से झूठ और मिथ्यापूर्ण भर रखा है।
- गिरजाघर पहुँचने पर वह यीशु की माँ मरियम की प्रतिमा के आगे घुटनों के बल बैठकर अपनी प्रार्थना कहना कभी नहीं भूलता - माँ , जब तक ईश्वर की मरजी से मैं मर न जाऊँ , मेरे जीवन की रक्षा करो और जब मैं मर जाऊँ , तो मुझे स्वर्ग के सुख दिलाना।
- जब माँ मरियम अपने बेटे की देह पर सुंगधित द्रव्य डालने आयीं तो वह देख कर हैरान रह गयीं . ... तभी स्वर्ग से दूतों ने कहा कि - “ माता तेरा पुत्र यीशू मसीह अपने वहां के अनुसार जीवित हो कर जा चुका है . ” . वह रविवार का दिन था .
- जब माँ मरियम अपने बेटे की देह पर सुंगधित द्रव्य डालने आयीं तो वह देख कर हैरान रह गयीं . ...तभी स्वर्ग से दूतों ने कहा कि -“माता तेरा पुत्र यीशू मसीह अपने वहां के अनुसार जीवित हो कर जा चुका है .”.वह रविवार का दिन था .यीशू के अनुयाइयों ने मोमबत्ती जला कर खुशियाँ मनाई ...
- जब माँ आती थी तो उसके ऑंचल में छुपकर फुट फुटकर रोता था . ...न हिचकी थमती ना आंसू! ग्रामीण परिवेश के अनेक बन्धनों में बंधी माँ की विवशता समझने का बुता नही था मुझमे....अंघरे कमरे में टिमटिमाते लालटेन की घिमि रौशनी में मुझे सीने से लगाने को बांहे फैलाए माँ, माँ मरियम -सी लगती माँ का वह रूप मेरे जेहन में आज भी ताजा है .माँ की वह मधुरिम चमक सब भूल जाने को विवश कर दुबारा उनके बिना जीने की ऊर्जा भर देता था!