भावप्रकाश meaning in Hindi
pronunciation: [ bhaaveprekaash ]
Examples
- आयुर्वेद के एक महानतम् ग्रंथ भावप्रकाश में स्वमूत्र की चर्चा करते हुए इसे रसायन , निर्दोष और विषघ्न बताया गया है।
- आयुर्वेद के प्रमुख ग्रंथों-चरक संहिता , सुश्रुत संहिता तथा भावप्रकाश में भी नागों से संबंधित विविध विषयों का उल्लेख मिलता है।
- वृहद् संहिता , भावप्रकाश, रस रत्न समुच्चय, आयुर्वेद प्रकाश में तो रत्नों के गुण-दोष तथा प्रयोग का स्पष्ट वर्णन किया गया है।
- वृहद् संहिता , भावप्रकाश, रस रत्न समुच्चय, आयुर्वेद प्रकाश में तो रत्नों के गुण-दोष तथा प्रयोग का स्पष्ट वर्णन किया गया है।
- भावप्रकाश के अनुसार आत्रेय प्रमुख मुनियों ने इन्द्र से आयुर्वेद का ज्ञान प्राप्त कर उसे अग्निवेश तथा अन्य शिष्यों को दिया।
- वृहद् संहिता , भावप्रकाश, रस रत्न समुच्चय, आयुर्वेद प्रकाश में तो रत्नों के गुण-दोष तथा प्रयोग का स्पष्ट वर्णन किया गया है।
- वृहद् संहिता , भावप्रकाश, रस रत्न समुच्चय, आयुर्वेद प्रकाश में तो रत्नों के गुण-दोष तथा प्रयोग का स्पष्ट वर्णन किया गया है।
- भावप्रकाश में मानव का मूत्र भी कहा गया है , साधारणत: कहा जाये तो नर मादा किसी का भी मूत्र ले सकते हैं.
- भयानक अतिसार में - भावप्रकाश के अनुसार ऑवले को जल में पीसकर उसका नाभि के चारों ओर गोलाई में घेरा बना दें।
- भावप्रकाश आयुर्वेदिक ग्रंथ के अनुसार फिरंग देश के पुरुषों व स्त्रियों के साथ यौन संसर्ग करने से इस रोग के लक्षण प्रकट होते हैं।