परावलंबी meaning in Hindi
pronunciation: [ peraavelnebi ]
Examples
- जिन वर्गों में संत कवियों की पैठ बनी , उनके आर्थिक रूप से परावलंबी होने के कारण , भक्ति आंदोलन बहुत जल्दी सामंतवादी शक्तियों का शिकार हो गया .
- इसलिए इन सारी समस्याओं की जड जिस परावलंबी विकास नीति में है उसे स्थानीय संसाधनों के आधार पर संवर्धनशील विकास के रास्तें में बदलने के कोई प्रयास नहीं होते।
- एक ओर सामंतवादी और पूंजीवादी संस्कार जनमानस को जकड़े हुए थे , मशीनीकरण के कारण लोगों से रोजगार के अवसर छीनकर उन्हें बेरोजगार और परावलंबी बनाया जा रहा था .
- दूसरी ओर जिसने प्राकृतिक संसाधनों पर अनैतिक कब्जा किया हुआ था , जो दूसरों के श्रम पर जीने वाला , परजीवी और परावलंबी था - वह खुद को स्वामी बताकर दूसरों के श्रम का मूल्यांकन करने लगा .
- कृति की यह परावलंबी सोच , ‘ कितनों के मुँह से चौहान साहब की लंपटता के किस्से सुनती रही फिर भी मन में एक ही खयाल मंडराता रहा- काश ! कि वह एक बार सिर्फ और सिर्फ एक बार फिर से उस पर पूर्ववत भरोसा कर पाते।
- हर व्यक्ति को अपने निर्णय स्वयं लेने का हक है तो फिर यदि कोई व्यक्ति लिख कर देता है ' ' यदि डाक्टरों के कथनानुसार मैं शारीरिक यातनाओं से मुक्ति नहीं पा सकता तो ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण अवस्था में कृत्रिम उपचारों पर परावलंबी और लाचारी का जीवन जीने की बजाय मुझे इच्छामृत्यु द्वारा इन सबसे मुक्ति दीजिये ।
- कुलकर्णी के इरादे पर बगैर संशय किए यह बहस तो छेड़ी ही जा सकती है कि जिस गांधी ने अपने ' हिंद स्वराज' में मशीनों को शैतानी ताकत तक कहा और इसे मानवीय श्रम और पुरुषार्थ का अपमान बताया, उसकी सैद्धांतिक टेक कोकंप्यूटर और इंटरनेट जैसी परावलंबी तकनीक और भोगवादी औजार के साथ कैसे मेल खिलाया जा सकता है।
- वर्तमान परिस्थिति : भूमि अधिग्रहण कानून , उपज का लाभकारी मूल्य , बायोटेक्नालाजी रेग्युलेटरी अथारिटी बिल , बीज अधिनियम आदि इस प्रकार के अनेक कानून / प्रावधान है जो किसानों को गुलामी की ओर ले जाने वाले , तथा किसानों को आत्मनिर्भरता से दूर कर परावलंबी बनाने वाले हैं , जो हमें कंस युग की याद दिलाने वाले हैं।
- लेकिन उसे भी यह विचार करना चाहिए और रोगी से चार्चा करनी चाहिये कि किस रोग में किस कारण से केवल हरसिंगार के पत्ते पर्याप्त नहीं होते , किस किस प्रकार के अन्य रोग में क्या क्या पूरक औपधियाँ चाहियें इसके बजाए यदि वह रेडिमेड पारिजातक वटि खाने की सलाह देता है तो वह रोगी के ज्ञान की बढ़ावा नहीं देता बल्कि उसे परावलंबी ही बनाता है।
- लेकिन उसे भी यह विचार करना चाहिए और रोगी से चार्चा करनी चाहिये कि किस रोग में किस कारण से केवल हरसिंगार के पत्ते पर्याप्त नहीं होते , किस किस प्रकार के अन्य रोग में क्या क्या पूरक औपधियाँ चाहियें इसके बजाए यदि वह रेडिमेड पारिजातक वटि खाने की सलाह देता है तो वह रोगी के ज्ञान की बढ़ावा नहीं देता बल्कि उसे परावलंबी ही बनाता है।