नारिकेल meaning in Hindi
pronunciation: [ naarikel ]
Examples
- नारिकेल की बहुतायत होने से इसका नाम संस्कृत में केरलम् प्रचलित हुआ हो , यह सोच तो दिलचस्प है मगर विश्वसनीय नहीं क्योंकि भारत की समूची तटरेखा वाले विभिन्न प्रदेशों में नारियल की पैदावार होती है।
- नारिकेल की बहुतायत होने से इसका नाम संस्कृत में केरलम् प्रचलित हुआ हो , यह सोच तो दिलचस्प है मगर विश्वसनीय नहीं क्योंकि भारत की समूची तटरेखा वाले विभिन्न प्रदेशों में नारियल की पैदावार होती है।
- चन्द्रमा के ऊपर इंडुरी ( सर पर भार या घड़े को रखने के लिये वस्त्र से बनाया गोल घेरा ) के ऊपर कुंभ , उसके ऊपर मुड़े हुए आम्र पत्र तथा सबसे ऊपर नारिकेल स्पष्ट दिखाई देता है।
- यही नहीं , आधुनिक भाषावैज्ञानिकों की दृष्टि में कदली , नारिकेल , ताल , तांबूल , वातिड्गण ( बैंगन ) , आलाबु ( लौका ) , निंबुक , जंबू , कर्पास , शाल्मली इत्यादि अनेक वृक्षों और तरकारियों के नामों का मूल स्रोत निषाद भाषा ही है।
- यही नहीं , आधुनिक भाषावैज्ञानिकों की दृष्टि में कदली , नारिकेल , ताल , तांबूल , वातिड्गण ( बैंगन ) , आलाबु ( लौका ) , निंबुक , जंबू , कर्पास , शाल्मली इत्यादि अनेक वृक्षों और तरकारियों के नामों का मूल स्रोत निषाद भाषा ही है।
- नारिकेल के कुंज वनों का मैं भोला-भाला अधिवासी केरल का वह कृषक पुत्र हूँ ‘ ओणम ' अपना निजी पर्व है नौका-चालन का प्रतियोगी मैं धरती का प्यारा शिशु हूँ श्रम ही जिसकी अपनी पूँजी छल से जिसको सहज घृणा है मैं तो वो कच्छी किसान हूँ लवण-उदधि का खारा पानी मुझसे बार-बार हारा है ...
- भारत ने मुझे यादोँके भरपूर खजाने दीये हैँ ! मुझे याद आती है , उसकी शस्य श्यामला भूमि , जहाँ घने , लहलहाते वृक्ष , जैसे कि , विशाल वटवृक्ष , चमकीला कदलीवृक्ष , आमोँके मधुर भारसे दबा , आम्रवृक्ष , आकाशको प्रणाम करता देवदारु , शर्मीला नीम का पेड , अमलतास , कनेर , नारिकेल , पलाश तथा और भी न जाने कितने और जो आज भी हर भारतीय को पुकारते हैँ -
- भारत ने मुझे यादोँके भरपूर खजाने दीये हैँ ! मुझे याद आती है , उसकी शस्य श्यामला भूमि , जहाँ घने , लहलहाते वृक्ष , जैसे कि , विशाल वटवृक्ष , चमकीला कदलीवृक्ष , आमोँके मधुर भारसे दबा , आम्रवृक्ष , आकाशको प्रणाम करता देवदारु , शर्मीला नीम का पेड , अमलतास , कनेर , नारिकेल , पलाश तथा और भी न जाने कितने और जो आज भी हर भारतीय को पुकारते हैँ -