द्वितीय विश्व-युद्ध meaning in Hindi
pronunciation: [ devitiy vishev-yudedh ]
Examples
- विश्व-युद्धों में ऑस्ट्रेलिया ब्रिटेन की ओर से लड़ा और द्वितीय विश्व-युद्ध के दौरान शाही जापान द्वारा संयुक्त राज्य अमरीका को धमकी मिलने पर ऑस्ट्रेलिया संयुक्त राज्य अमरीका का दीर्घकालिक मित्र साबित हुआ .
- विश्व-युद्धों में ऑस्ट्रेलिया ब्रिटेन की ओर से लड़ा और द्वितीय विश्व-युद्ध के दौरान शाही जापान द्वारा संयुक्त राज्य अमरीका को धमकी मिलने पर ऑस्ट्रेलिया संयुक्त राज्य अमरीका का दीर्घकालिक मित्र साबित हुआ .
- विश्व-युद्धों में ऑस्ट्रेलिया ब्रिटेन की ओर से लड़ा और द्वितीय विश्व-युद्ध के दौरान शाही जापान द्वारा संयुक्त राज्य अमरीका को धमकी मिलने पर ऑस्ट्रेलिया संयुक्त राज्य अमरीका का दीर्घकालिक मित्र साबित हु आ .
- जापान द्वितीय विश्व-युद्ध के बाद तहस-नहस होकर कम समय में ही एक बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन गया जो बताता है कि वहां के निवासियों में स्वाभिमान और श्रम किस तरह कूट-कूट कर भरा है !
- बाद में जहाँ बाकी लोग अपने-अपने क्षेत्र के नामी लोगों में शुमार हुए , हमारे बाबूजी १ ९ ३ ९ - ४ ५ के द्वितीय विश्व-युद्ध में भारतीय फ़ौज की तरफ से शामिल हु ए.
- १ आधा गाँव का समय यानी कि इसका फलक द्वितीय विश्व-युद्ध की पृष्ठभूमि में आरम्भ होने वाले स्वतन्त्रता-संघर्ष के अन्तिम दौर से शुरू होकर स्वतन्त्रता-प्राप्ति के बाद तक के एक लम्बे समयान्तराल को अपने अन्दर समेटे हैं।
- मित्रों , यह बेहद बिडम्बनापूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन यहूदियों पर द्वितीय विश्व-युद्ध के दौरान घोर अमानुषिक अत्याचार किए गए वही यहूदी इस्राईल की स्थापना के बाद अरब अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों की घोर अवहेलना करने लगे .
- राज-परिवार व एक बड़े अफ़सर के पुत्र होने के कारण आप ने ऊंचे दर्जे का इल्म हासिल किया और ब्रिटिश-भारतीय सेना में भर्ती हो गये , द्वितीय विश्व-युद्ध के बाद इन्होंने खीरी के जंगलों को अपना बसेरा बनाना सुनश्चित कर लिया।
- राज-परिवार व एक बड़े अफ़सर के पुत्र होने के कारण आप ने ऊंचे दर्जे का इल्म हासिल किया और ब्रिटिश-भारतीय सेना में भर्ती हो गये , द्वितीय विश्व-युद्ध के बाद इन्होंने खीरी के जंगलों को अपना बसेरा बनाना सुनश्चित कर लिया।
- राज-परिवार व एक बड़े अफ़सर के पुत्र होने के कारण आप ने ऊंचे दर्जे का इल्म हासिल किया और ब्रिटिश-भारतीय सेना में भर्ती हो गये , द्वितीय विश्व-युद्ध के बाद इन्होंने खीरी के जंगलों को अपना बसेरा बनाना सुनश्चित कर लिया।