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ठीक ठाक से meaning in Hindi

pronunciation: [ thik thaak s ]
ठीक ठाक से meaning in English

Examples

  1. पिताजी माने नहीं , और मुझे साईकिल के कैरियर पर गेंहूँ से भरा कनस्तर (कैनिस्टर) लेकर इस शर्त पर जाने दिया कि पहली बार वो साथ में जायेंगे और देखेंगे कि मैं ठीक ठाक से गेहूँ पीसने वाले की दुकान तक जा पाता हूँ कि नहीं।
  2. पिताजी माने नहीं , और मुझे साईकिल के कैरियर पर गेंहूँ से भरा कनस्तर ( कैनिस्टर ) लेकर इस शर्त पर जाने दिया कि पहली बार वो साथ में जायेंगे और देखेंगे कि मैं ठीक ठाक से गेहूँ पीसने वाले की दुकान तक जा पाता हूँ कि नहीं।
  3. मेरे और साथी तो रेलवे स्टेशन के निकट के एक ठीक ठाक से होटल अमृता में रुके हुए थे मगर मेरे केरल -आतिथेय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के १ ९ ७ ६ - ७ ८ के संगी डॉ . के . शोभना कुमार मुझे स्नेहवश अपने घर ले गए
  4. ब्लॉग संसार में विचरण करते हुये उन्हे एक साब , जो टी.वी. की दुनिया के ठीक ठाक से नाम वाले कलाकार हैं और जिनके उछल-कूद भरे अभिनय से दिलीप अपनी ढ़ल गयी जवानी का दर्द भूल कर कुछ देर के लिये मस्त हो जाया करते हैं, का मुखडा एक ब्लॉग पर देखा।
  5. रात के सवा दस बज चुके थे . .जोरों की भूख लगी थी ..मेरे और साथी तो रेलवे स्टेशन के निकट के एक ठीक ठाक से होटल अमृता में रुके हुए थे मगर मेरे केरल -आतिथेय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के १९७६ -७८ के संगी डॉ .के. शोभना कुमार मुझे स्नेहवश अपने घर ले गए
  6. रात के सवा दस बज चुके थे . .जोरों की भूख लगी थी ..मेरे और साथी तो रेलवे स्टेशन के निकट के एक ठीक ठाक से होटल अमृता में रुके हुए थे मगर मेरे केरल -आतिथेय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के १९७६ -७८ के संगी डॉ .के. शोभना कुमार मुझे स्नेहवश अपने घर ले गए...
  7. ब्लॉग संसार में विचरण करते हुये उन्हे एक साब , जो टी . वी . की दुनिया के ठीक ठाक से नाम वाले कलाकार हैं और जिनके उछल-कूद भरे अभिनय से दिलीप अपनी ढ़ल गयी जवानी का दर्द भूल कर कुछ देर के लिये मस्त हो जाया करते हैं , का मुखडा एक ब्लॉग पर देखा।
  8. बुद्धि विवेक संकल्प या साहसवह अपार मुझसे वृहत्तरशंका नहीं तनिक भी यह कि हारेगा वह जीवन पथ पर मगर विलग जब भी होता है मन क्यों ऐसे बिसुरा करता है ? कलप कलप कर जी क्यों पूछे - मेरा लाल, कुशल से तो है..? खाया है न ठीक ठाक से ?चिंता कोई तुझे तो न है ?जब भी ध्यान चढ़े वह क्षण कि कैसे वह है गोद दुबकताजब भी रोग कोई है ग्रसता दिए सहारा एक दूजे को सदा ही काटा कठिन घड़ी कोआये ऐसा कोई क्षण जो हम कैसे काटेंगे विलग हो .
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