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कवित्वपूर्ण meaning in Hindi

pronunciation: [ kevitevpuren ]
कवित्वपूर्ण meaning in English

Examples

  1. रंगमंच की पूरी जानकारी के बावजूद नाटक को साहित्यिक विधा के रूप में प्रतिष्ठित करने का श्रेय शॉ को ही है सच्चाई यह है कि कवित्वपूर्ण भावना और बौद्धिक सूझबूझ , विदूषक वृत्ति और चिन्तक की वाक्-पटुता का जैसा अद्भुत सामंजस्य उसके नाटकों में मिलता है , वैसा कहीं और नहीं।
  2. बाद में द्रविड़ों ने , जो भावुकता प्रधान , ' कवित्वपूर्ण , रईसतबीयत , मणि-माणिक-लोभी , नगर रचने वाली और व्यापार करने वाली जाति थी - इस कल्पना को विकसित किया होगा और उन्होंने कल्पित किया होगा कि समुद्र-मंथन के साथ न केवल अमृत बल्कि तरह-तरह के अलभ्य रत्न भी निकले थे और पाताल लोक न केवल अमृत कुंभ का लोक है बल्कि ' भोगी ' जाति का चरम भोगलोक है , जहाँ मणि-माणिक माथे पर धारण करे रईसतबीयत नाग कुल अमृत पान करता है और सुख भोगता है और तब आर्यों का चिंताशील दार्शनिक मन आया होगा।
  3. बाद में द्रविड़ों ने , जो भावुकता प्रधान , ' कवित्वपूर्ण , रईसतबीयत , मणि-माणिक-लोभी , नगर रचने वाली और व्यापार करने वाली जाति थी - इस कल्पना को विकसित किया होगा और उन्होंने कल्पित किया होगा कि समुद्र-मंथन के साथ न केवल अमृत बल्कि तरह-तरह के अलभ्य रत्न भी निकले थे और पाताल लोक न केवल अमृत कुंभ का लोक है बल्कि ' भोगी ' जाति का चरम भोगलोक है , जहाँ मणि-माणिक माथे पर धारण करे रईसतबीयत नाग कुल अमृत पान करता है और सुख भोगता है और तब आर्यों का चिंताशील दार्शनिक मन आया होगा।
  4. बाद में द्रविड़ों ने , जो भावुकता प्रधान , ' कवित्वपूर्ण , रईसतबीयत , मणि-माणिक-लोभी , नगर रचने वाली और व्यापार करने वाली जाति थी - इस कल्पना को विकसित किया होगा और उन्होंने कल्पित किया होगा कि समुद्र-मंथन के साथ न केवल अमृत बल्कि तरह-तरह के अलभ्य रत्न भी निकले थे और पाताल लोक न केवल अमृत कुंभ का लोक है बल्कि ' भोगी ' जाति का चरम भोगलोक है , जहाँ मणि-माणिक माथे पर धारण करे रईसतबीयत नाग कुल अमृत पान करता है और सुख भोगता है और तब आर्यों का चिंताशील दार्शनिक मन आया होगा।
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