इब्राहिम आदिल शाह meaning in Hindi
pronunciation: [ iberaahim aadil shaah ]
Examples
- किसी को ये नहीं मालूम है कि इब्राहिम आदिल शाह जो कि राजा है बीजापुर का उसने एक किताब लिखी किताब-ए-नवरस उसका बिवाचा वो शुरू होती है सरस्वती वन्दना से।
- चांद बीबी ने अपने भतीजे बीजापुर के इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय और गोलकुंडा के मुहम्मद कुली कुतुब शाह से अपील की कि वे मुगल सेना के खिलाफ युद्ध करने के लिए एकजुट हो जाएं [ 10].
- चांद बीबी ने अपने भतीजे बीजापुर के इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय और गोलकुंडा के मुहम्मद कुली कुतुब शाह से अपील की कि वे मुगल सेना के खिलाफ युद्ध करने के लिए एकजुट हो जाएं .
- तो ये इब्राहिम आदिल शाह ने जब सरस्वती वन्दना से अपनी किताब किताब-ए-नवरस की इबतदा की तो वो हिन्दू नहीं हो गया था वो सिर्फ ये कह रहा था कि ये कल्चर मुझे बड़ा अच्छा लगता है।
- अली आदिल शाह यहाँ इब्राहिम आदिल शाह के शासनकाल , उसके पिता, और बाद यह एक बिंदु 'घ appui में सिंहासन के अधिकारी के लिए किए गए आपरेशन में बदल गया था की मृत्यु पर बाद के वर्षों के दौरान घर में नजरबंद रखा गया था.
- अली आदिल शाह यहाँ इब्राहिम आदिल शाह के शासनकाल , उसके पिता , और बाद यह एक बिंदु ' घ appui में सिंहासन के अधिकारी के लिए किए गए आपरेशन में बदल गया था की मृत्यु पर बाद के वर्षों के दौरान घर में नजरबंद रखा गया था .
- चांद बीबी ने अपने भतीजे बीजापुर के इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय और गोलकुंडा के मुहम्मद कुली कुतुब शाह से अपील की कि वे मुगल सेना के खिलाफ युद्ध करने के लिए एकजुट हो जाएं [ 10] . इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय ने सोहिल ख़ान के नेतृत्व में 25,000 आदमियों का एक दल भेजा जिसके साथ नलदुर्ग में येख्लास ख़ान की बाकी बची सेना शामिल हो गयी.
- चांद बीबी ने अपने भतीजे बीजापुर के इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय और गोलकुंडा के मुहम्मद कुली कुतुब शाह से अपील की कि वे मुगल सेना के खिलाफ युद्ध करने के लिए एकजुट हो जाएं [ 10] . इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय ने सोहिल ख़ान के नेतृत्व में 25,000 आदमियों का एक दल भेजा जिसके साथ नलदुर्ग में येख्लास ख़ान की बाकी बची सेना शामिल हो गयी.
- चांद बीबी ने अपने भतीजे बीजापुर के इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय और गोलकुंडा के मुहम्मद कुली कुतुब शाह से अपील की कि वे मुगल सेना के खिलाफ युद्ध करने के लिए एकजुट हो जाएं [ 10] . इब्राहिम आदिल शाह द्वितीय ने सोहिल ख़ान के नेतृत्व में 25,000 आदमियों का एक दल भेजा जिसके साथ नलदुर्ग में येख्लास ख़ान की बाकी बची सेना शामिल हो गयी.