×

अशुचिता meaning in Hindi

pronunciation: [ ashuchitaa ]
अशुचिता meaning in English

Examples

  1. स्त्री , पुत्र और अपनी देह में स्वभाव से , बीज से और परिणाम से अशुचिता , विषमूत्ररूपता और अमंगलता का परीक्षणरूप और ब्रह्मलोकपर्यन्त सम्पूर्ण सुखों में अनित्यत्व तथा दुःखमिश्रितत्व आदि का परीक्षणरूप दूसरा विचार है।
  2. सूतक ( संतान के जन्म लेने पर होनेवाली अशुचिता ) , अशौच ( मृत्यु से होनेवाली अशुचिता ) , उन्माद , रोग और भय आदि कोई बाधा न हो तो प्रतिदिन ही संध्योपासना करनी चाहिए ।
  3. सूतक ( संतान के जन्म लेने पर होनेवाली अशुचिता ) , अशौच ( मृत्यु से होनेवाली अशुचिता ) , उन्माद , रोग और भय आदि कोई बाधा न हो तो प्रतिदिन ही संध्योपासना करनी चाहिए ।
  4. वह प्रायश्चित केवल जेल की अशुचिता का प्रायश्चित नहीं था , बल्कि इसके द्वारा सभी ओर से संपूर्ण निर्मल होकर जैसे नई देह पाकर वह अपने कर्मक्षेत्र में एक बार फिर नया जन्म लेना चाहता था।
  5. और उनका अनुसरण करने वाले कुछ भारतीय भी यौनशुचिता को आदर्श तो नहीं मानते वरन् उसे एक पिछडेपन की निशानी मानते हैं ; वे तो यौन अशुचिता के व्यवहार को अग्रणी होने का तमगा मानते हैं ।
  6. अपने पापों को छिपाने के असफल प्रयासों में नाकाम , ये नापाक तत्व राजनैतिक अशुचिता का दुष्प्रचार कर जनता का गुस्सा केवल राजनैतिक नेताओं और खास तौर से धर्मनिरपेक्ष दलों और व्यक्तियों की ओर मोड़ देते हैं।
  7. यौन - अशुचिता की स्थिति मानवता के लिये तो अथोपतन की स्थिति है क्योंकि इसमें भौतिक लाभ के सामने तथा भोग के सामने प्रेम , करुणा , त्याग , अहिंसा , सत्य , मित्रता आदि मानवीय सम्वेदनाएं गौण हो जाती हैं ।
  8. बेशर्मी के विश्व रिकार्ड्स देख रही थी सारी दुनिया , कपूत कर रहे थे शर्मिंदा मां को, बना रहे थे रिकार्ड पर रिकार्ड, बेईमानी, अनैतिकता, भ्रष्टाचार, अशुचिता के, तालियाँ बज रही थीं, वाह-वाह हो रही थी, अपमानित हो रही थी भारत मां, अपने ही बेटों द्बारा.
  9. देख रही थी सारी दुनिया , कपूत कर रहे थे शर्मिंदा मां को , बना रहे थे रिकार्ड पर रिकार्ड , बेईमानी , अनैतिकता , भ्रष्टाचार , अशुचिता के , तालियाँ बज रही थीं , वाह-वाह हो रही थी , अपमानित हो रही थी भारत मां , अपने ही बेटों द्बारा .
  10. देख रही थी सारी दुनिया , कपूत कर रहे थे शर्मिंदा मां को , बना रहे थे रिकार्ड पर रिकार्ड , बेईमानी , अनैतिकता , भ्रष्टाचार , अशुचिता के , तालियाँ बज रही थीं , वाह-वाह हो रही थी , अपमानित हो रही थी भारत मां , अपने ही बेटों द्बारा .
More:   Prev  Next


PC Version
हिंदी संस्करण


Copyright © 2023 WordTech Co.