सुश्रुतसंहिता meaning in Hindi
pronunciation: [ susherutesnhitaa ]
Examples
- शालिहोत्र संहिता में अश्वचिकित्सा मानव चिकित्सा क्षेत्र में चरक संहिता और सुश्रुतसंहिता जितनी महत्वपूर्ण हैं , अश्वचिकित्सा क्षेत्र में शालिहोत्र संहिता उतनी ही महत्वपूर्ण है।
- शालिहोत्र संहिता में अश्वचिकित्सा मानव चिकित्सा क्षेत्र में चरक संहिता और सुश्रुतसंहिता जितनी महत्वपूर्ण हैं , अश्वचिकित्सा क्षेत्र में शालिहोत्र संहिता उतनी ही महत्वपूर्ण है।
- शल्य चिकित्सा ( surgery ) के पितामह और ‘ सुश्रुतसंहिता ' के प्रणेता आचार्य सुश्रुत का जन्म छठी शताब्दी ईसा पूर्व में काशी में हुआ था।
- सुश्रुतसंहिता में केवल प्रथम सात धातुओं का ही निर्देश देखकर आपातत : प्रतीत होता है कि सुश्रुत पारा (पारद, रस) को धातु मानने के पक्ष में नहीं हैं, पर यह कल्पना ठीक नहीं।
- उपवेद के रूप में चिकित्साविज्ञान के रूप में आयुर्वेद विद्या का वैदिकाल से ही प्रचार था और उसके पंडिताग्रंथ ( चरकसंहिता, सुश्रुतसंहिता, भेडसंहिता आदि) प्राचीन भारतीय मनीषा के वैज्ञानिक अध्ययन की विस्मयकारी निधि है।
- सुश्रुतसंहिता में केवल प्रथम सात धातुओं का ही निर्देश देखकर आपातत : प्रतीत होता है कि सुश्रुत पारा ( पारद , रस ) को धातु मानने के पक्ष में नहीं हैं , पर यह कल्पना ठीक नहीं।
- उपवेद के रूप में चिकित्साविज्ञान के रूप में आयुर्वेद विद्या का वैदिकाल से ही प्रचार था और उसके पंडिताग्रंथ ( चरकसंहिता , सुश्रुतसंहिता , भेडसंहिता आदि ) प्राचीन भारतीय मनीषा के वैज्ञानिक अध्ययन की विस्मयकारी निधि है।
- उपवेद के रूप में चिकित्साविज्ञान के रूप में आयुर्वेद विद्या का वैदिकाल से ही प्रचार था और उसके पंडिताग्रंथ ( चरकसंहिता , सुश्रुतसंहिता , भेडसंहिता आदि ) प्राचीन भारतीय मनीषा के वैज्ञानिक अध्ययन की विस्मयकारी निधि है।
- सुश्रुतसंहिता में १ ८ ४ अध्याय हैं जिनमें ११ २ ० रोगों , ७ ०० औषधीय पौधों , खनिज-स्रोतों पर आधारित ६ ४ प्रक्रियाओं , जन्तु-स्रोतों पर आधारित ५ ७ प्रक्रियाओं , तथा आठ प्रकार की शल्य क्रियाओं का उल्लेख है।
- ६ठी शताब्दी ईसा पूर्व में भारत के महान आयुर्विज्ञानी सुश्रुत ने सुश्रुतसंहिता में कहा है कि ६ भिन्न स्वादों के कुल ६३ संचय ( कंबिनेशन) बनाये जा सकते हैं ( एक बार में केवल एक स्वाद लेकर, एकबार में दो स्वाद लेकर ...