सिनीवाली meaning in Hindi
pronunciation: [ sinivaali ]
Examples
- वेदों में नारी को सिनीवाली ( महर्षि दयानंद जी महाराज ने इसका अर्थ प्रेमबद्घ तथा वाली का अर्थ बलकारिणी किया है ) कुहू ( अर्थात जो चाहे कहीं भी हो घर में यज्ञ अवश्य करती है ) जैसी आदरसूचक संज्ञाओं से भी संबोधित किया गया है।
- ( पर्यायवाची - अमा, अमावस, अमवसा, कुहू, दर्श, मावस, मासांत, सिनीवाली, सूयदुसंगम) नूतन चन्द्रमा का दिन, वह समय जब कि सूर्य और चन्द्रमा दोनों संयुक्त रहते हैं, प्रत्येक चान्द्र मास के कृष्ण पक्ष का पन्द्रहवाँ दिन - ‘सूर्याचन्द्रमसोः यः परः संन्निकर्षः साऽमावस्या - गोभिल., चन्द्रमा की सोलहवीं कला।
- सूर्यमण्डल समसूत्र से अपनी कक्षा के समीप में स्थित परन्तु शरबश से पृथक् स्थित चन्द्रमण्डल जब हो तो सिनीवाली होती है , सूर्य मण्डल में आधे चन्द्रमा का प्रवेश जब हो जाये तो दर्श होता है, सूर्यमण्डल तथा चन्द्रमण्डल जब समसूत्रों में हो तो कुहू होती है, अर्थात् चन्द्रमा के अदृश्यमान होने पर।
- सूर्यमण्डल समसूत्र से अपनी कक्षा के समीप में स्थित परन्तु शरबश से पृथक् स्थित चन्द्रमण्डल जब हो तो सिनीवाली होती है , सूर्य मण्डल में आधे चन्द्रमा का प्रवेश जब हो जाये तो दर्श होता है , सूर्यमण्डल तथा चन्द्रमण्डल जब समसूत्रों में हो तो कुहू होती है , अर्थात् चन्द्रमा के अदृश्यमान होने पर।
- अमावस्या ( New Moon ) ( पर्यायवाची - अमा , अमावस , अमवसा , कुहू , दर्श , मावस , मासांत , सिनीवाली , सूयदुसंगम ) नूतन चन्द्रमा का दिन , वह समय जब कि सूर्य और चन्द्रमा दोनों संयुक्त रहते हैं , प्रत्येक चान्द्र मास के कृष्ण पक्ष का पन्द्रहवाँ दिन - ‘ सूर्याचन्द्रमसोः यः परः संन्निकर्षः साऽमावस्या - गोभि ल.
- अमावस्या ( New Moon ) ( पर्यायवाची - अमा , अमावस , अमवसा , कुहू , दर्श , मावस , मासांत , सिनीवाली , सूयदुसंगम ) नूतन चन्द्रमा का दिन , वह समय जब कि सूर्य और चन्द्रमा दोनों संयुक्त रहते हैं , प्रत्येक चान्द्र मास के कृष्ण पक्ष का पन्द्रहवाँ दिन - ‘ सूर्याचन्द्रमसोः यः परः संन्निकर्षः साऽमावस्या - गोभि ल.