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सत्यवक्ता meaning in Hindi

pronunciation: [ setyevketaa ]
सत्यवक्ता meaning in English

Examples

  1. मैं इतना दृढ़ सत्यवक्ता हो गया था कि एक समय रेल पर चढ़कर तीसरे दर्जे का टिकट खरीदा था , पर इण्टर क्लास में बैठकर दूसरों के साथ-साथ चला गया ।
  2. मैं इतना दृढ़ सत्यवक्ता हो गया था कि एक समय रेल पर चढ़कर तीसरे दर्जे का टिकट खरीदा था , पर इण्टर क्लास में बैठकर दूसरों के साथ-साथ चला गया ।
  3. सत्यवादी , सच्चा, सत्यभाषी, सत्यवक्ता - वह जो सत्य बोलता हो “आधुनिक समाज में भी सत्यवादियों की कमी नहीं है / यथार्थवादी होने के कारण कई लोग श्याम के दुश्मन बन गए हैं”
  4. दादू के काव्य में राजा की क्रूरता और उनकी निर्भीक सत्यवक्ता और प्रखर जनपक्षधरता की परिणति है - दादू मिहिर महावति मनि नहीं दिल के वज्र कठोर काले काफ़िर ते कहिए मोमिन मालिक और।
  5. इस युग में तो उनके जैसा धीर , वीर , बली , विक्रमी , सत्यवक्ता , सदाचारी , गौ-ब्राह्मण-साधु प्रतिपालक , शत्रुओं और कुबुद्धि राक्षसों का विनाश करने वाला अभूतपूर्व त्यागी , कृपासिन्धु ढूंढने से भी नहीं मिलेगा।
  6. इस युग में तो उनके जैसा धीर , वीर , बली , विक्रमी , सत्यवक्ता , सदाचारी , गौ-ब्राह्मण-साधु प्रतिपालक , शत्रुओं और कुबुद्धि राक्षसों का विनाश करने वाला अभूतपूर्व त्यागी , कृपासिन्धु ढूंढने से भी नहीं मिलेगा।
  7. मानसागरी तथा जातकाभरणम् में उल्लेख है कि जिसका जन्म समय अभिजित नक्षत्र में हो , वह उत्तम कांति वाला , सद्पुरूषों का संगी , कीर्तिवान , मनोहारी छवियुक्त , ईश्वर एवं विप्रजनों का पूजक , सत्यवक्ता और स्वकुल प्रधान होता है।
  8. मानसागरी तथा जातकाभरणम् में उल्लेख है कि जिसका जन्म समय अभिजित नक्षत्र में हो , वह उत्तम कांति वाला , सद्पुरूषों का संगी , कीर्तिवान , मनोहारी छवियुक्त , ईश्वर एवं विप्रजनों का पूजक , सत्यवक्ता और स्वकुल प्रधान होता है।
  9. कर्क में चन्द्र हो तो जातक शीघ्र चारी , प्रेम वश स्त्रियों के अधीन ,अच्छे मित्रों से युक्त ,छोटा शरीर ,मोटे गले वाला ,बगीचे तथा जलाशय से प्रेम करने वाला ,ज्योतिष ज्ञान का ज्ञाता ,नम्र ,सत्यवक्ता ,प्रवासी ,अधिक बालों वाला , कभी वृद्धि व कभी हानि से युक्त होता है |
  10. २ श्री समर्पण त्रिवेदी द्वारा पूछा गया सवाल . ... सृष्टि के आरम्भ में चारों वर्णों की उत्पत्ति किस आधार पर की गई ? ज्ञान , बल , व्यापर , सेवा ! -ठीक हे . बताइए . ज्ञान , बल , व्यापर सेवा . किस आधार पर स्थिर किये जाते हे ? ३ श्री विभु गोविन्द जी का जवाब - जावालि का पुत्र सत्यकाम जाबालि अज्ञात वर्ण होते हुए भी सत्यवक्ता होने के कारण ब्रह्म-विद्या का अधिकारी समझा गया।
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