श्योनाक meaning in Hindi
pronunciation: [ sheyonaak ]
Examples
- गिलोय , घीक्वार , पीपल , तुलासिल बिलपत्री , नीम , कढीपत्ता , पुनर्नवा , श्योनाक आदि सब या जो-जो भी उपलब्ध हो सके उन का प्रयोग भिगो कर या पका कर किया जा सकता है।
- गिलोय , घीक्वार , पीपल , तुलासिल बिलपत्री , नीम , कढीपत्ता , पुनर्नवा , श्योनाक आदि सब या जो-जो भी मिले उन का प्रयोग भिगो कर या पका कर यथासंभव रोज़ थोड़ी मात्रा में करें .
- गिलोय , घीक्वार , पीपल , तुलासिल बिलपत्री , नीम , कढीपत्ता , पुनर्नवा , श्योनाक आदि सब या जो-जो भी मिले उन का प्रयोग भिगो कर या पका कर यथासंभव रोज़ थोड़ी मात्रा में करें .
- Delivery के बाद uterus में infections न हों और यह अपनी पहली अवस्था में आ जाए ; इसके लिए 2 ग्राम श्योनाक +1 ग्राम सौंठ +2 - 3 ग्राम गुड का काढ़ा पीयें . इससे भूख भी ठीक हो जाती है .
- इन्द्रजौं , करंज की छाल, श्योनाक की छाल, चित्रकमूल, सोंठ, सेंधानमक इन सब औषधियों को समान मात्रा में लेकर पीस-छान करके बारीक चूर्ण बना लें, इस चूर्ण को डेढ़ से तीन ग्राम तक की मात्रा में दिन में 3 बार छाछ के साथ सेवन करने से बवासीर में लाभ होता है।
- बेल की गिरी , कुम्भेर , श्योनाक , अरणी ( अरनी ) , पाढ़ल , खिरेंटी , कुलथी , पोहरमूल और रास्ना को लेकर पकाकर काढ़ा बना लें , इस काढ़े को पीने से वात ज्वर ( बुखार ) , जोड़ों का दर्द और सिर के कम्पन में लाभ मिलता है।
- बेल की गिरी , कुम्भेर , श्योनाक , अरणी ( अरनी ) , पाढ़ल , खिरेंटी , कुलथी , पोहरमूल और रास्ना को लेकर पकाकर काढ़ा बना लें , इस काढ़े को पीने से वात ज्वर ( बुखार ) , जोड़ों का दर्द और सिर के कम्पन में लाभ मिलता है।
- प्रातरू २ ०० मि . ग्राण् ( २ काले चने के बराबर ) शुध्द कपूर पानी से निगलकर ३ ० मिनट बाद श्योनाक का पानी छानकर पीने से १ या अधिक से अधिक ३ या ४ दिन में असाध्य पीलिया या '' हैपेटाईटि स.ब ी '' तक ठीक हो जाता है।
- २ . छोंकर (इसे शमी या श्योनाक भी कहते हैं यह बड़ा पेड़ होता है) के फलों को जो कि लम्बी फलियों के रूप में होते हैं ,इन्हें बारीक पीस कर जिस जगह बाल नहीं चाहिये वहां एक बार हजामत करके लेप कर दें ; तीन दिनों में आपकी इच्छा पूरी हो जाएगी ।
- २ . छोंकर ( इसे शमी या श्योनाक भी कहते हैं यह बड़ा पेड़ होता है ) के फलों को जो कि लम्बी फलियों के रूप में होते हैं , इन्हें बारीक पीस कर जिस जगह बाल नहीं चाहिये वहां एक बार हजामत करके लेप कर दें ; तीन दिनों में आपकी इच्छा पूरी हो जाएगी ।