वेदविरुद्ध meaning in Hindi
pronunciation: [ vedevirudedh ]
Examples
- अतः इस तर्कशून्य , अशास्त्रीय , वेदविरुद्ध करवा चौथ की प्रथा का परित्याग कर सच्चे व्रतों को अपने जीवन में धारण करते हुए अपने जीवन को सफल बनाने का उद्योग करों
- अतः इस तर्कशून्य , अशास्त्रीय , वेदविरुद्ध करवा चौथ की प्रथा का परित्याग कर सच्चे व्रतों को अपने जीवन में धारण करते हुए अपने जीवन को सफल बनाने का उद्योग करों
- आज दुनिया वेदविरुद्ध हो जाने के कारण ही आपस में लड़ रही है क्योंकि उन्हें मानवता के मूलभूत तत्व आदर-सत्कार , जीवन-दर्शन , समाज-दर्शन , उचित भोजन , परिवार , ब्रह्मचर्य आदि ...
- ” सर्वदर्शनसंग्रह “ में चार्वाक का मत दिया हुआ मिलता है पद्मपुराण में लिखा है कि असुरों को बहकाने के लिये बृहस्पति ने वेदविरुद्ध मत प्रकट किया था 2 -भोगवाद ही नास्तिकता है भोगवाद , चरम स्वार्थपरायण मानसिकता और अय्याशी ही नास्तिक होने की निशानी है , चाहे ऐसे व्यक्ति किसी भी धर्म से सम्बंधित हों .
- अब मैं इस बकवास पुस्तक को अधिक महत्व न देते हुए बस यही इस समीक्षा का अंत करना चाहूँगा इन सब बातो के साथ लेखक ने कुरान को बेवकूफी के साथ सत्य वैज्ञानिक पुस्तक सिद्ध किया हुआ है और कुछ हमारे वैदिक धर्मशास्त्रों को वेदविरुद्ध बताया है , आर्य समाज और वेदांत को अलग-२ मत बताया है, पुनर्जन्म को वेद विरुद्ध और अतार्किक बताया है जबकि किसी बात का लेखक ने कोई संतोषपूर्ण तर्क नहीं दिया है.
- अब मैं इस बकवास पुस्तक को अधिक महत्व न देते हुए बस यही इस समीक्षा का अंत करना चाहूँगा इन सब बातो के साथ लेखक ने कुरान को बेवकूफी के साथ सत्य वैज्ञानिक पुस्तक सिद्ध किया हुआ है और कुछ हमारे वैदिक धर्मशास्त्रों को वेदविरुद्ध बताया है , आर्य समाज और वेदांत को अलग- २ मत बताया है , पुनर्जन्म को वेद विरुद्ध और अतार्किक बताया है जबकि किसी बात का लेखक ने कोई संतोषपूर्ण तर्क नहीं दिया है .
- वर्ण का उत्कर्ष और अपकर्ष पहली पत्नी ( संतानवती एवं सुशीला) के रहते दूसरा विवाह निषिद्ध; विवाह के नियम; विवाह के छह प्रकार-ब्राह्म, आर्ष, दैव, गांधर्व, आसुर, और राक्षस; विवाहित दंपती के कर्तव्य; विविध प्रकार के पुत्र; संतान की अदेयता और अविक्रेयता; दाय तथा विभाजन; पति पत्नी में विभाजन निषिद्ध; वेदविरुद्ध देशाचार और कुलाचार अनुकरणीय नहीं; मरणाशौच; दान; श्राद्ध; चार आश्रम; परिव्राजकधर्म; राजधर्म; राजधानीसभा; अपराधनिर्मूलन; दान; प्रजारक्षण; कर तथा कर से मुक्ति; व्यभिचारदंड; अपशब्द तथा नरहत्या; विविध प्रकार के दंड; वाद (अभियोग); संदेहावस्था में अनुमान तथा दिव्य प्रमाण; स्त्रियों तथा सामान्य जनता से विविध धर्मो का ज्ञान।