विश्वपति meaning in Hindi
pronunciation: [ vishevpeti ]
Examples
- इस अवसर पर श्री विश्वपति त्रिवेदी , भा.प्र.से., सचिव खान मन्त्रालय, भारत सरकार के साथ नालको की ओर से श्री बी.एल.बागड़ा, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एवं श्री एस.एस.महापात्र, निदेशक (उत्पादन) भी उपस्थित थे।
- जबकि वास्तविकता यह थी कि , साम्राज्यवादी रावण क़े अवसान क़े बाद राम अयोद्ध्या क़े शासक क़े रूप में नहीं विश्वपति क़े रूप में अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहते थे .
- तब संगीता मैदान मे आई और विश्वपति जी तथा अपने होने वाले जीजा राकेश से सीधे बात करने पहुँच गई कि उनकी मांग संभव नहीं भाई साहब नाराज हैं और बारात लौटाने को कह रहे हैं।
- वह गृहपति के साथ साथ विश्वपति है , वह अत्यंत विद्वान और कवि है, देव तथा दानव के बीच अमरदूत है, वह देवों को यज्ञ की ओर आकर्षित करता है, वह पारिवारिक जीवन का बड अाधार है।
- वह गृहपति के साथ साथ विश्वपति है , वह अत्यंत विद्वान और कवि है , देव तथा दानव के बीच अमरदूत है , वह देवों को यज्ञ की ओर आकर्षित करता है , वह पारिवारिक जीवन का बड अाधार है।
- अपनी आदत पुरानी बातो को याद कर समय पर दोहराने की न होने पर भी पता नहीं कैसे शालिनी ने कहा कि विश्वपति भाई साहब ने कविता की शादी की जो कहानी सुनाई थी वह भी जरा इन्हे सुना दीजिये।
- नौवहन मंत्रालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नौवहन सचिव विश्वपति त्रिवेदी और एनबीसीसी के अध्यक्ष अनूप कुमार मित्तल की उपस्थिति में आईएमयू की तरफ से रजिस्ट्रार संजय मित्तल और एनबीसीसी की तरफ से मुख्य महाप्रबंधक एनपी अग्रवाल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
- श्री विश्वपति त्रिवेदी , भा.प्र.से., सचिव, खान मन्त्रालय एवं श्री बी.एल.बागड़ा, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, नालको के बीच 19 मार्च को नई दिल्ली में हस्ताक्षर हुए समझौते के अनुसार नालको ने इस सत्र के लिये 7073 करोड़ रुपये का कारोबारी लक्ष्य रखा है, जो चालू वित्त वर्ष से 500 करोड़ ऊँचा है।
- महाराज श्री ने सात वर्ष तक की आयु तक अपने माता-पिता के पास रहकर भगवत भक्ति , नैतिक शिक्षा एवं प्रारम्भिक शिक्षा ( कक्षा 5 तक ) प्राप्त की तथा इसके पश्चात शिक्षा हेतु ये अपने मामा श्री विश्वपति पचौरी ( मथुरा , उत्तरप्रदेश ) एवं नाना श्री पंडित मदनमोहन पचौरी जी के यहॉ रहें।
- वह तो जगदीश थे समस्त चराचर के स्वामी हवा के चलने से पत्ते के हिलने तक सब कुछ था उनके अधिकार में विश्वपति तो थे ही वो मनुष्य लोक में भी नरपति द्वारकाधीश कहलाए जिसमें हो ब्रहमांड निहित कौन थाह उसकी पाए ? वे रुक्मणी को हर लाएँ या संग राधिका रास रचाएँ उस असीम को सीमित कर दे मैं भी जानूँ वो सीमा क्या है ?