लौह तत्त्व meaning in Hindi
pronunciation: [ lauh tettev ]
Examples
- ३ ) २ ० से ३ ० वर्ष की आयु तक : इस युवावस्था में सर्वाधिक आवश्यकता होती है लौह तत्त्व , एंटी-ऑक्सीडेटस , फ़ॉलिक एसिड तथा विटामिन ‘ ई ' व ‘ सी ' की |
- गोमूत्र में नाइट्रोजन , सल्फुर, अमोनिया, कॉपर, लौह तत्त्व, यूरिक एसिड, यूरिया, फास्फेट, सोडियम, पोटेसियम, मैंगनीज, कार्बोलिक एसिड, कैल्सिअम, नमक, विटामिन बी, ऐ, डी, ई; एंजाइम, लैक्टोज, हिप्पुरिक अम्ल, कृएतिनिन, आरम हाइद्रक्साइद मुख्य रूप से पाये जाते हैं।
- ये ध्यान रखें की इलाज खुद न करके डाक्टरी देखरेख में ही करवाएं , इसके अलावा कभी भी लौह तत्त्व युक्त दवाइयों का सेवन भूखे पेट न करें , इससे पेट में घाव बन जाने की संभावना रहती है .
- गोमूत्र में नाइट्रोजन , सल्फुर , अमोनिया , कॉपर , लौह तत्त्व , यूरिक एसिड , यूरिया , फास्फेट , सोडियम , पोटेसियम , मैंगनीज , कार्बोलिक एसिड , कैल्सिअम , विटामिन ऐ , डी , बी ई ; एंजाइम , लैक्टोज , हिप्पुरिक अम्ल , कृएतिनिन , आरम हाइद्रक्साइद मुख्य रूप से पाये जाते हैं।
- गोमूत्र में नाइट्रोजन , सल्फुर , अमोनिया , कॉपर , लौह तत्त्व , यूरिक एसिड , यूरिया , फास्फेट , सोडियम , पोटेसियम , मैंगनीज , कार्बोलिक एसिड , कैल्सिअम , विटामिन ऐ , डी , बी ई ; एंजाइम , लैक्टोज , हिप्पुरिक अम्ल , कृएतिनिन , आरम हाइद्रक्साइद मुख्य रूप से पाये जाते हैं।
- जिनकी नाल तुरंत काटी जाती है , उन शिशुओं को लौह तत्त्व की कमी के कारण जो रक्ताल्पता का रोग होता है और उससे उनके विकास में रुकावट आती है, ये समस्याएँ 3 मिनट के बाद नाल काटने पर नहीं होतीं क्योंकि करीब 50-100 मि.ली. जितना रक्त 3 मिनट में नाल के द्वारा शिशु को मिलता है, जो उसे 1 वर्ष तक विकास में उपयोगी सिद्ध होता है।