लिंगपुराण meaning in Hindi
pronunciation: [ linegapuraan ]
Examples
- लिंगपुराण के ८२वें अध्याय में एक महत्त्वपूर्ण स्तव आया है , जिसका नाम है -“व्यपोहनस्तव” ।
- शिवपुराण , लिंगपुराण , एवं सकन्द्पुराण आदि में इस का विशेष रूप से वर्णन मिलता है।
- शिवपुराण , लिंगपुराण , एवं सकन्द्पुराण आदि में इस का विशेष रूप से वर्णन मिलता है।
- लिंगपुराण में यह संदर्भ मिलता है कि अक्षपाद मुनि और उलूक मुनि शिव के अवतार थे।
- लिंगपुराण में इस बात का उल्लेख मिलता है कि फाल्गुन पूर्णिमा को फाल्गुनिका कहा जाता है।
- Stavव्यपोहन स्तव लिंगपुराण के ८२वें अध्याय में एक महत्त्वपूर्ण स्तव आया है , जिसका नाम है -“व्यपोहनस्तव” ।
- जिसका वर्णन हमें लिंगपुराण , शिवमहापुराण , स्कन्द पुराण आदि में इस प्रकार मिलता है कि ........
- लिंगपुराण के अनुसार इस दिन पूर्व दिशा में मुंह कर चार बातियों वाला दीपक दान करना चाहिए।
- लिंगपुराण ( 94) के अनुसार पृथ्वी रसातल को जा रही थी, तब विष्णु ने कच्छपरूप में अवतार लिया।
- स्कंदपुराण , अग्निपुराण , लिंगपुराण , शिवमहापुराण , वाराहपुराण आदि ग्रंथों में शिवजी की महिमा का वर्णन है।