राह देखना meaning in Hindi
pronunciation: [ raah dekhenaa ]
Examples
- थरूर हार से मायूस तो दिखे लेकिन वह कहते हैं कि जो होना था वह हो गया और अब वो आगे की राह देखना चाहते हैं .
- इस आवाज ने दोनों को चौंका दिया मगर कल्याणसिंह ने ज्यादे देर तक राह देखना मुनासिब न जाना और कोठरी की तरफ बढ़कर जोर से ताली बजाई।
- थरूर हार से मायूस तो दिखे लेकिन वह कहते हैं कि जो होना था वह हो गया और अब वो आगे की राह देखना चाहते हैं .
- तब स्कूल से लौट कर माँ से पूछना - ' ' कोई चिट्ठी आई क्या ? '' और जवाब में ' नहीं ' मिलने पर धूप वाली खड़ी दोपहरी में दरवाज़े पर जा कर डाकिये की राह देखना ....
- सुशिक्षित युवती होने के नाते वह यही जानती थी कि लड़कियों को प्रतीक्षा करते खड़ा नहीं रखा जाता ; पहले पहुँच कर राह देखना पुरुषों का काम है और उन्हें इंतजार करा कर देर से आना लड़कियों का सहज अधिकार।
- जाहिर है वह भी नीतीश , शिवराज और मोदी , रमन वाली राह पर चलना चाहते है ........ परन्तु निशंक को शायद यह मालूम नही इन लोगो के सपनो की राह देखना आसान है जमीनी हकीकत को समझना अलग बात है ...
- इसका मतलब है कि कांग्रेस के शासन में प्रदेष के किसानों , मजदूरों , कारीगरों एवं विद्यार्थियों को 24 घंटा बिजली के लिये 2050 तक राह देखना पड़ेगा ! भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि हम 5 वर्षों में प्रदेश के प्रत्येक घर , प्रत्येक खेत , प्रत्येक फैक्ट्री , प्रत्येक कुटीर उद्योग को 24 घंटा बिजली आपूर्ति करेगी।
- बारिश में स्त्री तक जाने की राह देखना , अपनी आवाज का अजनबीपन और खुद को आंकने की यह कोशिश कि इस उम्र में तो लोग / किसी नेक और कोमल स्त्री के / पीछे-पीछे रुसवाई उठाते हैं / फूलों से भरी डाल / झकझोर डालते हैं उसके ऊपर , अगर कुछ कहती है तो यही कि आलोक के अंदर कोई शून्य है , जो वे चाहकर भी भर नहीं पा रहे हैं।
- हर एक पल हुआ है हर एक पल हुआ है हर एक पल पे भारी यादें सता रहीं हैं हमको बहुत तुम्हारी मेरी हयात क्या है हर कोई जानता है दरया अजीब सा है साकित है ना है जारी इस ज़िन्दगी को मिलकर जीना था साथ लेकिन तुमने कहीं गुजारी हमने कहीं गुजारी दीदार दे रहे हो एहसान खूब लेकिन आँखें ही जानती हैं आंखों की बेक़रारी बाज़ी मुहब्बतों की नुक्सान ना नफे की इक हार मैंने जीती इक जीत मैंने हारी क्या उसकी राह देखना क्या उसकी राह देखना वो जो गया , गया ।
- हर एक पल हुआ है हर एक पल हुआ है हर एक पल पे भारी यादें सता रहीं हैं हमको बहुत तुम्हारी मेरी हयात क्या है हर कोई जानता है दरया अजीब सा है साकित है ना है जारी इस ज़िन्दगी को मिलकर जीना था साथ लेकिन तुमने कहीं गुजारी हमने कहीं गुजारी दीदार दे रहे हो एहसान खूब लेकिन आँखें ही जानती हैं आंखों की बेक़रारी बाज़ी मुहब्बतों की नुक्सान ना नफे की इक हार मैंने जीती इक जीत मैंने हारी क्या उसकी राह देखना क्या उसकी राह देखना वो जो गया , गया ।