रन्तिदेव meaning in Hindi
pronunciation: [ rentidev ]
Examples
- राजा हरिश्चंद्र , रन्तिदेव , शिवि , जनक , पाण्डव , शिवाजी , महाराणा प्रताप , भामाशाह , तिलक जैसे महापुरुष इसी श्रेणी में आते हैं।
- राजा हरिश्चंद्र , रन्तिदेव , शिवि , जनक , पाण्डव , शिवाजी , महाराणा प्रताप , भामाशाह , तिलक जैसे महापुरुष इसी श्रेणी में आते हैं।
- राजा हरिशचन्द्र , रन्तिदेव , शिवि , जनक , पाण्डव , शिवाजी , प्रताप , भामाशाह , तिलक जैसे महापुरुष इसी श्रेणी में आते हैं ।।
- राजा हरिशचन्द्र , रन्तिदेव , शिवि , जनक , पाण्डव , शिवाजी , प्रताप , भामाशाह , तिलक जैसे महापुरुष इसी श्रेणी में आते हैं ।।
- इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र प्रताप सिंह , एस . डी . एम . जे . पी . धुर्वे , कांतिदेव सिंह , रन्तिदेव सिंह , पशुपतेन्द्र सिंह , प्राचार्य कंचन श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे।
- इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष गगनेन्द्र प्रताप सिंह , एस . डी . एम . जे . पी . धुर्वे , कांतिदेव सिंह , रन्तिदेव सिंह , पशुपतेन्द्र सिंह , प्राचार्य कंचन श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे।
- यदि पत्नि के नाम इडा , रन्ती, हविष्मती, चन्द्रमुखी, ज्योति, अदिति, सरस्वती, मही व श्रुति हो सकते हैं, तो पति के भी इडापति, रन्तिदेव, हविष्मन्त, चन्द्र, ज्योतिस्वरूप, आदित्य, सारस्वत, महीपति व श्रवण नाम हो सकते हैं, जैसे योग्य चिकित्सक एक आरोग्यकारी औषधि का निर्माण करने के लिए भांति-भांति की अनेक जड़ी-बूटियों का मिश्रण तैयार करता है और रोगी को एक छोटी पुड़िया पकड़ा देता है।
- यदि पत्नि के नाम इडा , रन्ती , हविष्मती , चन्द्रमुखी , ज्योति , अदिति , सरस्वती , मही व श्रुति हो सकते हैं , तो पति के भी इडापति , रन्तिदेव , हविष्मन्त , चन्द्र , ज्योतिस्वरूप , आदित्य , सारस्वत , महीपति व श्रवण नाम हो सकते हैं , जैसे योग्य चिकित्सक एक आरोग्यकारी औषधि का निर्माण करने के लिए भांति-भांति की अनेक जड़ी-बूटियों का मिश्रण तैयार करता है और रोगी को एक छोटी पुड़िया पकड़ा देता है।
- यदि पत्नि के नाम इडा , रन्ती , हविष्मती , चन्द्रमुखी , ज्योति , अदिति , सरस्वती , मही व श्रुति हो सकते हैं , तो पति के भी इडापति , रन्तिदेव , हविष्मन्त , चन्द्र , ज्योतिस्वरूप , आदित्य , सारस्वत , महीपति व श्रवण नाम हो सकते हैं , जैसे योग्य चिकित्सक एक आरोग्यकारी औषधि का निर्माण करने के लिए भांति-भांति की अनेक जड़ी-बूटियों का मिश्रण तैयार करता है और रोगी को एक छोटी पुड़िया पकड़ा देता है।
- इन में से कोई भी पंक्ति गोमांस से सम्बन्ध नहीं रखती और अगर जानबूझ कर छोड़ी गयी पंक्ति भी मिला दें तो अर्थ होगा कि राजा रन्तिदेव के राज्य में उत्तम भोजन पकाने वाले २ ०० , ००० रसोइये थे जो प्रतिदिन अतिथियों और विद्वानों को बढ़िया खाना ( चावल , दालें , पकवान , मिठाई इत्यादि -शाकाहारी पदार्थ ) खिलाते थे . गोमांस परक अर्थ दिखाने के लिए अगले श्लोक के ‘ माष ‘ शब्द को बदल कर ‘ मांस ‘ किया गया है .