प्रलाप करना meaning in Hindi
pronunciation: [ perlaap kernaa ]
Examples
- * रक्त की कमी ( एनीमिया) होने तथा वात नाड़ी संस्थान में कमजोरी होने पर बार-बार चक्कर आना, मानसिक स्थिति बिगड़ना, स्मरणशक्ति कमजोर होना, प्रलाप करना, भूल जाने की आदत पड़ना आदि लक्षणों के पैदा होने पर इस योग का सेवन करने से थोड़े ही दिनों में लाभ हो जाता है।
- यादों के वातायन में पहुँचता हूँ -करीब ३० साल पहले ! बगल के गाँव से गुजर रहा था ! कुछ भीड़ और चिल्ल पों सुनायी पडी तो मुड़ गया उधर -क्या देखता हूँ कि एक महिला अभुआ (विक्षिप्त ,विश्रिन्खल हो प्रलाप करना ) रही थी -कई लोग उसे संभाले हुए, मगर
- यादों के वातायन में पहुँचता हूँ -करीब ३० साल पहले ! बगल के गाँव से गुजर रहा था ! कुछ भीड़ और चिल्ल पों सुनायी पडी तो मुड़ गया उधर -क्या देखता हूँ कि एक महिला अभुआ (विक्षिप्त ,विश्रिन्खल हो प्रलाप करना ) रही थी -कई लोग उसे संभाले हुए, मगर...
- भाई संजीव जी , आपने अपने लेख के मध्यम से एक बड़ा ही यक्ष प्रश्न खड़ा किया है यू . पी . ऐ सरकार के सामने . ऐसा लगता है की धर्मनिरपेक्ष होने का मतलब , इन तथाकथित बुद्धिजीवियों के सामने , सिर्फ़ हिंदू देवी देवताओं को गलियां देना और अनर्गल प्रलाप करना रह गया है .
- इनमें शामिल हैं -1 कायिक दोष ( बिना दी हुई अननुमत वस्तुओं को हड़पलेना , अविवाहित हिंसा करना तथा परस्त्रियों से अवैध संबंध बनाना 2 - वाचिक दोष ( कठोर वाणी बोलना , असत्य भाषण करना , चुगलखोरी करना तथा अनर्गल प्रलाप करना ) , 3 - मानसिक दोष ( पराये धन का लालच , मन ही मन किसी के विरूद्ध अनिष्ट चिंतन तथा नास्तिक बुद्धि ) ।
- यह बात और है कि राज्य में भोंपू पर यह घोषणा होती रहती है कि “ हो रही है प्रकाशमान , अंधेर नगरी है महान ! ” इसके अतिरिक्त राज्य में एक डुगडुगी राजा की भी पदस्थापना की गयी है जिसका काम विरोध के स्वर मुखर करने वाली प्रजा अथवा उनके प्रतिनिधि के प्रति अनर्गल और व्यर्थ प्रलाप करना भर है , ताकि प्रजा उसके शब्दों और बयानों के खंडन में ही उलझी रहे .
- पेशाब के रोगों के कारण सूजन आ जाना , आरक्त-ज्वर के बाद पैरों में सूजन आ जाना खासकर गर्भवती स्त्रियों में , नई सूजन में अगर प्यास कम लगती हो , रोगी का प्रलाप करना , दांत किटकिटाना , शरीर के आधे भाग का फड़कना , पेशाब का कम मात्रा में ओर काले या लाल रंग का आना , सिर में पसीना आना जैसे लक्षणों में रोगी को एपिस-मेल औषधि 3 x मात्रा या 30 शक्ति का सेवन करना चाहिए।
- “ चलते और घूमते रहना , व्याकुलता , संज्ञानाश वस्त्ररहित होना , वृथा , बकवास या प्रलाप करना और अकस्मात् व्यसन में पड़ना '' ‘‘ अपने मन में ग्लानि करना , मित्रों का नाश , बुद्धि , शास्त्र और मति में भ्रम होना , तत्पुरुषों से वियुक्त रहना , असत्पुरुषों की संगति करना , अनर्थो की संगत में पड़ना ” ” पद पद पर स्खलित होना , शरीर में कपंना होना , तन्द्रा तथा स्त्रियों के प्रति अत्यधिक आकर्षित होना , यह सब मद्यपान के व्यसन है।