निष्कृति meaning in Hindi
pronunciation: [ nisekriti ]
Examples
- यों सन् पचास के दशक में उनके चित्र कभी भी विषयमुक्त नहीं थे , पर अपनी कुल निष्कृति के आधार पर आर.वी. साखलकर की कला ‘अमूर्तन‘ की दिशा में सफर करती संवेदना का उदाहरण कही जा सकती है।
- ज्ञान , बुद्धि , शरीरधारियों के प्राण , इन्द्रियाँ तथा उनके लक्षण एवं देवता , भोक्ता , भोजयिता , भोज , निष्कृति तथा जीव और परमात्मा- ये सब कौन और क्या हैं ? इन सबका परिचय देने की कृपा कीजिये।
- ज्ञान , बुद्धि , शरीरधारियों के प्राण , इन्द्रियाँ तथा उनके लक्षण एवं देवता , भोक्ता , भोजयिता , भोज , निष्कृति तथा जीव और परमात्मा- ये सब कौन और क्या हैं ? इन सबका परिचय देने की कृपा कीजिये।
- परंतु उनकी इच्छा के ठीक उलट हमारी इच्छा सत्य की प्रगति , बेईमानी से छुटकारा , परंपरावाद से निष्कृति , हीनग्रंथि का खात्मा , दृष्टि को महत्व और इन्हीं बिंदुओं के आधार पर साहित्य व आलोचना के विकास के लिए है।
- शरत्चंद्र ने अनेक उपन्यास लिखे जिनमें पंडित मोशाय , बैकुंठेर बिल , मेज दीदी , दर्पचूर्ण , श्रीकांत , अरक्षणीया , निष्कृति , मामलार फल , गृहदाह , शेष प्रश्न , दत्ता , देवदास , बाम्हन की लड़की , विप्रदास , देना पावना आदि प्रमुख हैं।
- शरत्चंद्र ने अनेक उपन्यास लिखे जिनमें पंडित मोशाय , बैकुंठेर बिल , मेज दीदी , दर्पचूर्ण , श्रीकांत , अरक्षणीया , निष्कृति , मामलार फल , गृहदाह , शेष प्रश्न , दत्ता , देवदास , बाम्हन की लड़की , विप्रदास , देना पावना आदि प्रमुख हैं।
- ‘भक्ति है यह ' कविता उदाहरण के तौर पर लेते हैं, भक्ति है यह ईश-गुण-गायन नहीं है यह व्यथा है यह नहीं दुख की कथा है यह हमारा कर्म है, कृति है यही निष्कृति नहीं है यह हमारा गर्व है यह साधना है - साध्य विनती है।
- आपकी इस रचना पर जो मुझे कहना है वह रघुवीर सहाय की इन पंक्तियों द्वारा कहूंगा भक्ति है यह ईश-गुण-गायन नहीं है यह व्यथा है यह नहीं दुख की कथा है यह हमारा कर्म है , कृति है यही निष्कृति नहीं है यह हमारा गर्व है यह साधना है-साध्य विनती है।
- भारत सरकार बायोमेट्रिक डिजिटल नागरिकता के जरिये नागरिकों की निगरानी और उनसे निष्कृति के तमाम कारपोरेट उपाय कारपोरेट पुरोहित नंदन निलेकणि के अश्वमेधी आधार अभियान के जरिये कर ही रही है और इस असंवैधानिक गैरकानूनी कारपोरेट योजना से सारी बुनियादी सेवाएं जोड़कर नागरिकों के अधिकारों को नलंबित कर रही है।
- यही मैं हूँ यही मैं हूँ और जब मैं यही होता हूँ थका , या उन्हीं के से वस्त्र पहने , जो मुझे प्रिय हैं- दुखी मन में उतर आती है पिता की छवि अभी तक जिन्हें कष्टों से नहीं निष्कृति उन्हीं अपने पिता की मैं अनुकृति हूँ यही मैं हूँ।