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नामो निशाँ meaning in Hindi

pronunciation: [ naamo nishaan ]
नामो निशाँ meaning in English

Examples

  1. श्री शेखावत ने प्रश्न उठाया , ” कोईभी मुझे बताये , जहाँ मीलों किसी इंसान या पानीका नामो निशाँ तक न हो , वहाँ, पञ्च कहाँ से उपलब्ध कराये जाएँ ? ?
  2. हम इस देश से गंदगी का नामो निशाँ मिटाकर रहेंगे ! हमारे देश में भी बच्चे सड़कों पर लोटेंगे बिना गंदे हुए ! सरकार पर हमारा बस चलने का नहीं ....
  3. श्री शेखावत ने प्रश्न उठाया , ” कोईभी मुझे बताये , जहाँ मीलों किसी इंसान या पानीका नामो निशाँ तक न हो , वहाँ , पञ्च कहाँ से उपलब्ध कराये जाएँ ? ?
  4. यूनान मिश्र रोमाँ ( रूमा ) सब मिट गए जहाँ से अब तक मगर है बाकी ( बाकी बचा है अब तक ) नामो निशाँ हमारा कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी।
  5. उन्होंने आगे कहा कि मैं नाम लेना नहीं चाहता , लेकिन वहाँ भारत में कई क्रिकेट केन्द्र ऐसे भी हैं जहाँ होटल या हवाई अड्डे के रूप में उपलब्ध सुविधाओं का नामो निशाँ भी नहीं है .
  6. उसे लग रहा था जैसे कि वह पिंजरे में कैद कोई पंछी हो और जो अपनी आजादी के लिए अपने पंख भी न फडफडा पा रहा हो . सारी रात यूँही करवटे लेते बीत गई और नींद का कहीं नामो निशाँ नहीं था .
  7. क्यों मेरे महान देश में पग पग पर गंदगी की बहार छाई हुई है ! सरकारी मशीनरी...भारत के जाहिल लोग....यहाँ की आबोहवा ! नाना प्रकार से हमने सोचकर देखा कभी इस करवट कभी उस करवट!. .हमें ही कुछ करना होगा...हम इस देश से गंदगी का नामो निशाँ मिटाकर रहेंगे!
  8. तूने अपना जलवा दिखाने को जो नकाब मुंह से उठा दिया वहीँ महवे हैरते बेखुदी मुझे आइना सा बना दिया करूं क्या बयाँ मैं हमनशीं असर उस के लुत्फे निगाह का की तअयुनात की क़ैद से मुझे एक दम में छुड़ा दिया जिसे देखना ही मुहाल था न था उस का नामो निशाँ कहीं सो [ ...]
  9. तूने अपना जलवा दिखाने को जो नकाब मुंह से उठा दिया वहीँ महवे हैरते बेखुदी मुझे आइना सा बना दिया करूं क्या बयाँ मैं हमनशीं असर उस के लुत्फे निगाह का की तअयुनात की क़ैद से मुझे एक दम में छुड़ा दिया जिसे देखना ही मुहाल था न था उस का नामो निशाँ कहीं सो हर एक ज़र्रे में इश्क ने हमें उस का जलवा दिखा दिया जभी जा के मक़्तबे इश्क में सबक-ए-मकामे फ़ना लिया जो लिखा पढ़ा था ' नियाज़' ने सो वोह साफ़ दिल से भुला दिया
  10. क्या जब हिस्टीरिया का नाम लेना गुनाह हो गया था हिस्टीरिया नदारद था एक रोग के रूप में ? कुछ डॉ कहतें हैं हिस्टीरिया कहीं नहीं गया था यहीं कहीं था ,बिना रोग निदान के .सिडनी (ऑस्ट्रेलिया )के वेस्ट -माड स्थित चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल ,के मनो रोगों के माहिर कसिया कोज्लो -व्सका ने हिस्टीरिया के २००५ के पुनर -आकलन में “दी हारवर्ड रिव्यू ऑफ़ साइकियेट्री” में एक ई -मेल में लिखा :जो लोग कहतें हैं अब हिस्टीरिया का कोई नामो निशाँ नहीं है वे तर्शरी अस्पतालों में आके देखें यहाँ काम करें उन्हें हिस्टीरिया के अनेक मरीज़ मिल जायेंगें .
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